खबर गोण्डा जनपद के विकाश
खण्ड नवाबगं हैं। परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी एवं जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज वर्तमान में 108 दिवसीय जनजागरण यात्रा के साथ अपने 85वें पड़ाव पर नवाबगंज वि.ख. के ग्राम साफीपुर पधारे। स्थानीय भाई-बहनों एवं बच्चों ने बाजे-गाजे के साथ पुष्पवर्षा करते हुये भावपूर्ण स्वागत किया।अपने सत्संग सम्बोधन में संत पंकज जी महाराज ने कहा ‘‘मिली नर देह यह तुमको बनाओ काज कुछ अपना।’’ पे्रमी भाई-बहनों! यह मनुष्य शरीर एक किराये का मकान है। इसमें उस प्रभु का अंश जीव विराजमान है। जिसे अलग-अलग शब्दों में आत्मा, रूह, (सोल) या पिंजड़े का पंछी कहा है। इसी शरीर में प्रभु को पाने का एक दरवाजा भी है। जिसे महात्माओं ने दसवाँ द्वार तीसरा तिल ज्ञान चक्षु या दिव्य आंख कह कर सम्बोधित किया है। जीते जी प्रभु की प्राप्ति करना ही इस मनुष्य शरीर पाने का अभीष्ठ लक्ष्य है। इसके लिये किसी प्रभु प्राप्ति किये हुये सन्त सतगुरु की खोज आवश्यक है। जब ऐसे गुरु मिल जाये ंतो उनसे शब्द भेद लेकर नाम योग साधना के द्वारा अन्तर की आँख को खोल लें। जब दिव्य आंख खुलेगी तो जीते जी ईश्वर की लीलायें तथा वेद ध्वनि आपको सुनाई पड़ने लगेंगी और आप घर में बैठकर भूत, भविष्य तथा वर्तमान का रहस्य जान सकेंगे और आपका जीवन धन्य हो जायेगा। महाराज जी ने सुमिरन, ध्यान, भजन का भेद बताकर विधिवत समझाया।संस्थाध्यक्ष जल ने बताया कि युवा पीढ़ी देश की तथा माता पिता की धरोहर हैं। इसे गन्दे खान-पान से बचाना हमारा आपका धर्म है। अतः आप शाकाहारी रहें तथा बच्चों को भी शाकाहारी बनायें। किसी भी नशीले पदार्थ शराब आदि के सेवन से बिलकुल दूर रखें। तभी अच्छे समाज का निर्माण संभव है। यही इस जनजागरण यात्रा का लक्ष्य और उद्देश्य है।
उन्होंने आगामी 8 से 12 दिसम्बर तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला में भाग लेने का निमन्त्रण दिया।