जिस प्रकार इस ब्रह्माण्ड का ना कोई अंत है, न कोई छोर और न ही कोई शूरुआत, उसी प्रकार शिव अनादि है सम्पूर्ण ब्रह्मांड शिव के अंदर समाया हुआ है- पूज्य रविशंकर जी महाराज गुरूभाई
गोंडा ,भगवान भोलेनाथ के साधना का मास पावन अधिकमास में चल रहे सवा लाख पार्थिव पूजन एवं श्री शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस की कथा में शिव पार्वती मंगल उत्सव बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया गया,, शिव बारात गोंडा स्थित बाबा दुःखहरण नाथ मंदिर प्रांगण के चलकर कथा पंडाल तक बहुत धूम धाम के साथ पहुंची,,
पूज्य महाराज जी व्यास पीठ से शिव-पार्वती मंगल उत्सव की कथा सुनाते हुए बताए कि शिव जी जब माता पार्वती से विवाह रचाने के लिए पहुंचे तो अपने साथ भूत-प्रेत और चुड़ैलों की बाराती लेकर पहुंचे. इन्होंने ही शिवजी का श्रृंगार भी किया था. शादी के लिए शिवजी का भस्म से श्रृंगार किया गया और हड्डियों की माला पहनाई गई. जब ऐसी अनोखी बारात लेकर शिव बारातियों के साथ पार्वती के द्वार पर पहुंचे तो सभी डर गए और हैरान रह गए. पार्वती की माता मैनावती ने तो विवाह से इंकार कर दिया था. तब पार्वती ने शिव जी से प्रार्थना करते हुए कहा कि वह विवाह के रीति-रिवाजों के अनरूप तैयार हो जाएं. शिवजी मान गए और इसके बाद देवताओं द्वारा शिवजी को दूल्हे के रूप में तैयार किया गया. जब शिवजी दूल्हा बनकर तैयार हो गए ।जिसमें मुख्य यजमान के रूप में श्रीमती आरती सोनी एवं श्रीसंतोष सोनी, श्री संदीप मल्होत्रा, दीपक गुप्ता, दीपेंद्र मिश्रा, अंबिका कसौधन, रिंकू जायसवाल, राजेश कुमार जयसवाल, रमेश गुप्ता, अजय मिश्रा, पवन जायसवाल, डॉक्टर अनिल कुमार, विशाल जयसवाल, पप्पू प्रजापति, संजय गोयल, सरिता गुप्ता, सूर्य कुमार सोनी, विजय कसौधन ,राकेश कसौधान , अमर किशोर कश्यप,सुनीता जायसवाल आदि शिव भक्त बराती सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहे। संवाददात ऋषभ मिश्रा