*चिकित्सकों की लापरवाही से प्रसव के बाद महिला की हुयी मौत*
अमित श्रीवास्तव।
जच्चा बच्चा को सुरक्षित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार एवं मध्य प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा कई सारी योजनाएं बनाई गई है इसके साथ-साथ जच्चा-बच्चा दोनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए तमाम व्यवस्थाएं शासन प्रशासन के द्वारा की गई है।इसके बाद भी चिकित्सकों की लापरवाही का मामला सीधी जिले के जनपद पंचायत कुसमी के पोड़ी उपस्वास्थ्य केंद्र से निकलकर आया है।जहां भैयालाल बैगा की पत्नी ललिता बैगा की प्रसव के बाद मृत्यु हो गई है।परिवार का रो रो कर बुरा हाल है साथ ही अभी हाल में जन्म लिया बच्चा अपनी मां को दिया है परिवार अब बच्चे को किस तरह से पालन पोषण करेगा पिता के लिये एक चेलेन्ज हो गया है।बता दें मामले पर मृतक महिला के पति भैयालाल बैगा कहना है कि प्रसव होने के बाद हॉस्पिटल से 12 घंटे के अंदर ही नर्स ने छुट्टी दे दिया गया यह कहकर कि हास्पिटल में बेड खाली नहीं है।साथ ही महिला को जो और दवा होनी चहिये वो समय पर दवा नहीं दी गई,परेशान होकर पति ने अस्पताल से अपनी पत्नी को पैदल ही घर ले गया जहां घर ले जाने के कुछ समय बाद महिला की मृत्यु हो गई ।वहीं लोगों का कहना है कि पोडी हॉस्पिटल में डॉक्टर मनमानी तरीके से डियुटी करते हैं जिस पर कोई वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण नहीं किया जाता जिससे पदस्थ चिकित्सकों में एवं स्टाफ कोई सुधार नहीं हो रहा है।वहीं महिला के मौत के मामले पर प्रश्न उठ रहे हैं कि महिला को छुट्टी जल्दी कैसे दे दी गई क्या नर्स को छुट्टी लेने का अधिकार है।उस समय डाक्टर साहब कहां थे और महिला को 108की सुविधा क्यों नहीं दी गई क्या सीएमओ वहां एक माह में कितनी बार निरीक्षण किये है।क्या इन सभी मामलों पर जांच होगी या फिर इसी तरह महिलाओ की मौत होती रहेगी।