सोनभद्र न्यूज़
रिपोर्टर जयप्रकाश वर्मा
स्लग——-
चुआड़ खोद कर पानी भरने और पीने को मजबूर है ग्रामीण।।
कई टोला के लोग भयंकर पानी की संकट से जूझ रहे हैं।।
दुषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण।।
एंकर:–
म्योरपुर सोनभद्र —कत्थहवा टोला गांव में रिहंद जलाशय के किनारे चुआड़ खोद कर पानी भरने और पीने को मजबूर है ग्रामीण
म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र के मकरा, सिंदूर ग्राम के कत्थहवा टोला गांव में एक भी हैंडपंप ना होने के कारण आज भी करीब सैकड़ों की आबादी रिहंद जलाशय के किनारे चुआड़ खोद कर पानी भरने और पीने को मजबूर है
बता दें कि रिहंद जलाशय के पानी में फ्लोराइड मिला होने के कारण डॉक्टर इस पानी को पीने के लिए मना करतें हैं फिर भी ग्रामीण यहां पानी पीते हैं क्योंकि कोई और दूसरा पानी का सुविधा नहीं है । कत्थहवा टोला की ही नहीं है बल्कि कुल डिहवा, लभरी मकर, गाढ़ा बैरीयर, जैसे कई टोला है जो भयंकर पानी की संकट से जूझ रहा है जबकि इसी इलाके में करीब 2 साल पहले दूषित पानी की वजह से ही 2 दर्जन से अधिक मासूम बच्चे और बूढ़ों को अपनी जानें गवानी पड़ी थी ।
सरकारें भले लाख दावा करती हो कि हर घर नल जल योजना के तहत हर गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है । लेकिन कई गांव है जहां लोग गंदे नाले या चुआड़ से पानी पीने को मजबूर है।ग्राम प्रधान का कहना है कि इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी गई है ।
बाइट–राम सजीवन सहानी (ग्राम प्रधान)