*राज जैव विविधता प्रबंध समितियों की कार्यशाला आयोजित*

*राज जैव विविधता प्रबंध समितियों की कार्यशाला आयोजित*

रिपोर्टर अजय गुप्ता की रिपोर्ट
मिहींपुरवा बहराइच

मिहींपुरवा बहराइच मोतीपुर रेंज इको परिसर में
राज्य जैव विविधता प्रबंध समितियों के क्षमता विकास की कार्यशाला
राज्य जैव विविधता बोर्ड के निर्देश पर वन विभाग द्वारा आयोजित की गई जिसमें बोर्ड के सलाहकार आसुबोध कुमार पंत मुख्य अतिथि रहे । इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्राम पंचायत स्तर पर वन्यजीवों और पेड़ पौधों तथा परिस्थितिकी तंत्र में मौजूद सभी प्रकार के वनस्पतियों की पहचान तथा उपयोग की जानकारी संकलित करना है जिससे वहां की जैव विविधता का आकलन कर उपयोगी कदम उठाया जा सके मुख्य अतिथि श्री पंत ने अपने संबोधन में जैव विविधता के वैज्ञानिक और आर्थिक महत्व और उसके संकलन की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया ग्राम समितियों को जैवविविधता रजिस्टर तैयार करने में सहयोग करने की अपील की
कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिक डॉ केएम सिंह ने बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी के क्रियाकलापों को प्रोजेक्टर से प्रजेंटेंशन के माध्यम से समझाया ,उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों में जाकर समितियों को जैव विविधता रजिस्टर जैवविविधता पंजिका बनाने में सहयोग किया जाएगा प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में पेटरहा प्रधान ,पूर्व सर्रा प्रधान प्रतिनिधि योगेंद्र मौर्य, परंपरागत खेती के किसान मनीष सिंह, विकास विभाग के ग्राम विकास अधिकारी शाहिद अली, अशोक मौर्य, अर्जुन सोनकर, सलीम अहमद,सहित पंचायत अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी मनोहर लाल गौड़ उपस्थित रहे!
कार्यशाला में विशेष तौर पर राजस्व विभाग के उप जिला अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी व कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ केएन सिंह मौजूद रहे। तथा कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के वन्यजीव प्रतिपालक नम्रता पांडे, उप प्रभागीय वन अधिकारी रमेश चौहान, कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के समस्त क्षेत्रीय वन अधिकारी तथा जंगल के समीप के गांव के प्रधान जागरूक नागरिक एवं किसान गण क्षेत्र के पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।

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