बिना ग्राम प्रधान की मौजूदगी व नीलामी कराये हजारों रूपये की कीमत के बेंच लिये गये पेंड़
लेखपाल कमलेश कुमार एवं सहयोगी लेखपाल गोविंद शरण तिवारी पर लगा आरोप।
ग्राम कलवारी के प्रधान प्रतिनिधि ने संपूर्ण प्रकरण की जांच कराकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग।
रंजीत तिवारी
कटरा बाजार गोण्डा। तहसील कर्नलगंज के थाना कटरा बाजार क्षेत्र के अन्तर्गत ग्रामपंचायत कलवारी के राजस्व ग्राम पूरे दीक्षित में लेखपाल कमलेश कुमार एवं सहयोगी लेखपाल गोविंद शरण तिवारी द्वारा बिना ग्राम प्रधान की मौजूदगी एवं बगैर नीलामी कराये लगभग पचास हजार रूपये की कीमत के शीशम, गूलर एवं चिलबिल पांच पेंड़ तालाब की जमीन व सड़क के किनारे लगे पेंड को बेंच लेने के संबंध में पूर्व में उपजिलाधिकारी से की गई शिकायत पर जांच करने हेतु राजस्व निरीक्षक एवं थानाध्यक्ष को लिखे जाने के बाद भी संबंधित लेखपाल के दबंगई व प्रभाव के वजह से आज तक कोई कार्यवाही ना होने से प्रधान प्रतिनिधि ने पुन: उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर संपूर्ण प्रकरण की जांच कराकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।
प्रकरण तहसील कर्नलगंज के थाना कटरा बाजार क्षेत्र से जुड़ा है। रामदेव गोस्वामी प्रधान प्रतिनिधि ग्राम कलवारी ने उपजिलाधिकारी हीरालाल को दिये गये शिकायती पत्र में कहा है कि वह जुलाई 2022 को किसी काम से लखनऊ गया था। तभी मौका पाकर लेखपाल कमलेश कुमार एवं सहयोगी लेखपाल गोविंद शरण तिवारी ने बिना ग्राम प्रधान की मौजूदगी एवं बगैर नीलामी कराये प्रार्थी के राजस्व ग्राम पूरे दीक्षित में तालाब की जमीन में लगे शीशम के पेंड़ व गूलर के पेंड़ एवं सड़क के किनारे लगे चिलबिल के दो पेंड़ जिसकी कीमत लगभग 50000 रूपये बताया जा रहा है,ठेकेदार को बुलाकर बेंच दिया और जब गांव के आज्ञाराम एवं अन्य तमाम लोगों ने पूछा तो कहा कि यह पैसा राजस्व विभाग में जमा होगा। प्रार्थी जब लखनऊ से घर आया तो लेखपाल से पूछा तो उन्होंने कहा कि यह कार्य राजस्व विभाग का है और जब प्रार्थी ने पता किया तो सरकारी खजाने में कोई पैसा नहीं जमा हुआ है। पुन: लेखपाल से पूछा गया तो गोविंद शरण तिवारी ने कहा कि आपके ऊपर मुकदमा लिखवा देंगे। फिर उसने उपजिलाधिकारी से शिकायत किया तो जांच करने हेतु राजस्व निरीक्षक एवं थानाध्यक्ष को लिखा गया,लेकिन संबंधित लेखपाल के दबंगई व प्रभाव के वजह से आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। संपूर्ण प्रकरण की जांच कराकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। जिस पर उपजिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों को जांच कराकर दोषी के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।