रामलीला में हुआ सीता हरण का मंचन

रामलीला में हुआ सीता हरण का मंचन

बहसूमा। बहसूमा कस्बे में आयोजित रामलीला के आयोजन से क्षेत्र का माहौल पूर्णतः भक्तिमय हो गया।इस ठंडी रात में भी लोग बड़ी संख्या में रामलीला देखने बहसूमा पहुंच रहे हैं। शुक्रवार रात्रि रामलीला में भगवान राम की पत्नी सीता भाई लक्ष्मण के साथ पंचवटी आने, यहां खर और दूषण का वध करने,सीता का हरण किया गया। रामलीला में दिखाया गया कि कैसे अधर्मी रावण ने छल से माता सीता का हरण किया।अगर माता सीता लक्ष्मण रेखा पार नहीं करती तो रावण अपने मंसूबे में कभी सफल नहीं हो पाता। परंतु प्रभु के हाथों ही रावण का संहार लिखा था।इस निमित सीता हरण हुआ ।सीता हरण के लिए रावण ने अपने मामा मारीच को स्वर्ग मृग बनने के लिए मजबूर कर दिया था। अंततः भगवान राम के हाथों स्वर्णरूपी मृग मारीच का वध हुआ। रामलीला के माध्यम से दिखाया जा रहा है कि भगवान को भक्त बहुत प्यारे होते हैं।बस उन्हें ह्रदय से स्मरण करने की आवश्यकता होती है। भगवान तो भक्त वत्सल होते हैं,इसके कई उदाहरण हैं। रामलीला में कहा कि जब जब धरा पर पापियों का साम्राज्य स्थापित हुआ है,तब तब भगवान नारायण ने पापियों का संहार करने के लिए अवतार लेते हैं।वही भीड़ को देखते हुए उपनिरीक्षक कपिल देव पुलिसकर्मियों के साथ रामलीला मैदान में मुस्तैद रहे।

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