*जमीनी विवाद में दबंगो ने नाबालिक किशोरी के साथ बलात्कार करने का किया प्रयास, पुलिस प्रशासन मौन*
ताहिर खान
अतरौली / हरदोई : घर के बाहर पड़ी जमीन पर गाओं के ही दबंगो द्वारा कब्जे करने को लेकर दोनों पक्षो में पिछले 1 वर्ष से खूनी संघर्ष चल रहा है। इसी विवाद के चलते आज सुबह विपक्षियों ने नाबालिक किशोरी के साथ जोर जबरदस्ती कर उसकी अस्मत लूटने का प्रयास किया है। यह प्रयत्न विपक्षियों द्वारा तीसरी बार किया गया है जिसकी दो बार लिखित शिकायत अतरौली थाने पर स्वयं पीड़िता ने अतरौली प्रभारी निरीक्षक दीपक शुक्ला को दी पर विपक्षियों के दबाव में अतरौली पुलिस ने मौके पर जाना तक उचित नही समझा। जिससे विरोधियों के हौसले बुलंद होते गए इस मामले में जब भी अतरौली प्रभारी निरीक्षक से बात कर कार्यवाही ना करने का कारण पूछा गया तो हर बार उनका एक ही जवाब रहा कि मामले को दिखवा रहा हूँ। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विपक्षियों को अतरौली के रसूखदारों का संरक्षण प्राप्त है।
आपको बताते चले कि मामला अतरौली थाना क्षेत्र के अंतगर्त ग्राम पीरनखेड़ा मजरा परसा का है। ग्राम निवासी रज्जनलाल सक्सेना पुत्र स्व नान्हू का मकान गाओं में पिछले 40 वर्षों से है। रज्जनलाल सक्सेना के घर के बाहर से ईंटो का खड़ंजा है। खड़ंजा के दूसरी तरफ विपक्षी मेवाराम व सन्तु पुत्र हेमनाथ का मकान है। विपक्षियों ने यूकेलिप्टिस की लकड़ियों का ढेर पीड़ित रज्जनलाल सक्सेना के दरवाजे के बाहर जबरदस्ती लगा रखी है जिससे पीड़ित का निकास अवरुद्ध है। इसकी शिकायत पीड़ित ने अतरौली थाने पर कम से कम 10 बार एसडीएम संडीला , सीओ संडीला, समेत हरदोई के सदस्य विधानपरिषद अशोक अग्रवाल से की पर पीड़ित को हर जगह से निराशा ही हाथ लगी। पिछली 27 तारीख को पीड़ित की लड़की घर पर थी उस वक़्त घर पर उसकी माँ, भाभी व उसके छोटे दो भाई थे तभी हवस की आग में नशे में धुत मेवाराम व सन्तु एक राय होकर पीड़ित की पुत्री का मुह दबा कर उसे उठा लाये थे उंसके कपड़े भी फाड़ डाले थे तभी गाओं के की किसी सज्जन ने डायल112 बुला ली थी जिससे पीड़ित की पुत्री की इज्जत बची इसकी शिकायत पीड़िता ने रात को ही अतरौली थाने में की थी पर अतरौली पुलिस ने विपक्षियों के दबाव में आकर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही करना उचित नही समझा पीड़िता ने 3 सितंबर को थाना दिवस के मौके पर भी दोबारा प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई पर बेरहम अतरौली पुलिस के कान पर जू तक नही रेंगी। जिससे विपक्षियों के हौसले और बुलंद होते चले गए। उसी के चलते आज सुबह तकरीबन 5 बजे जब पीड़ित की 16 वर्षीय पुत्री गाय को चारा डाल रही रही थी तभी सन्तु ने पुरानी रंजिश के चलते उसे मौका पाकर दबोच लिया और उसके साथ जोर जबरदस्ती करने लगा चीखने चिल्लाने पर पीड़िता के घर वाले आ गए तब सन्तु ने अपने घर वालो को बुला लिया दोनों पक्षो में जमकर विवाद हुआ। पीड़िता ने आज फिर न्याय के लिए अंधे कानून पर भरोसा जताते हुए प्रार्थनापत्र अतरौली पुलिस को सौंपा है।