जिलाधिकारी रीना जोशी ने ताम्र उद्योग से जुड़े ताम्र शिल्पियों के कार्यशालाओं का निरीक्षण कर उनसे सीधे संवाद किया। उन्होंने ताम्रशिल्पी दुलुप राम उडेरखानी, खर्कटम्टा निवासी ललिता प्रसाद व शिल्पी बोर गॉव शिव लाल के कार्यशाला व उनके द्वारा उत्पादित ताम्र उत्पादों का निरीक्षण किया व उनके उत्पादों की सराहना की, तथा नर्इ तकनीकी प्रशिक्षण दिलाने के साथ ही शिल्पीयों को आ रही समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ताम्र शिल्पियों से संवाद करते हुए उनसे विस्तृत जानकारियॉ ली व उनकी समस्याओं को भी जाना। निरीक्षण दौरान जिलाधिकारी ने शिल्पीयों को उत्पादों में और गुणवत्ता सुधार का सुझाव दिया। उन्होंने सभी शिल्पीयों से कलस्टर(समूह) बनाकर आगे बढने को भी कहा।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल ने बताया कि तीनों ताम्र शिल्पी दुलुप राम, ललिता प्रसाद व शिव लाल उद्योग विभाग के माध्यम से शिल्प रत्न पुरूस्कार से सम्मानित है। शिवलाल अपनी ताम्र शिल्प प्रदर्शन हेतु वकिंघम पैलेस लंदन भी गये है। जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक उद्योग को ताम्र शिल्पियों को नई तकनीकी का प्रशिक्षण दिलाने व उनकों बैंकों से ऋण लेने व अन्य क्षेत्रों में आ रही परेशानियों को दूर करने के निर्देश मौके पर दिये।
इसके बाद जिलाधिकारी ने देवलधार में बने ताम्र ग्रोथ सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान ग्रोथ सेंटर के बाहर हिस्से में दरारें देखकर उसकी तुरन्त मरम्मत कराने के निर्देश दिए।वही महाप्रबंधक उद्योग ने बताया कि ग्रोथ सेंटर हेतु लेथ मशीन व हाइट्रोलिक मशीन, सर्किल कटिंग व बफिंग मशीनों का टैन्डर कर दिया गया। शीघ्र मशीनें आ जायेगी तथा मशीनों को संचालित करने हेतु शीघ्र ही विद्युत लाईन व ट्रांसफार्मर लगाया जायेगा। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, सहायक प्रबंधक पंकज तिवारी, प्रधान उडेरखानी किरन टम्टा आदि मौजूद थे।