ग्राम सोनवारा में तालाब की भूमि से अभी तक नहीं हटा अवैध कब्जा

ग्राम सोनवारा में तालाब की भूमि से अभी तक नहीं हटा अवैध कब्जा

 

(जानबूझकर नजर अंदाज कर रहे जिम्मेदार राजस्व अधिकारी, कर्मचारी)

 

कर्नलगंज, गोण्डा। तालाबों व सार्वजनिक स्थलों से अतिक्रमण हटाने के योगी सरकार के आदेशों को कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में ठेंगा दिखाया जा रहा है। जहाँ मनमानी का आलम यह है कि क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोनवारा में तालाब की भूमि पर कुछ लोग कब्जा किये हुए हैं,जिसकी शिकायत करने पर उपजिलाधिकारी कर्नलगंज द्वारा तालाब की भूमि को खाली कराने और ग्रामीणों की जल निकासी कराने को कहा गया था। इसके बावजूद अभी तक अवैध कब्जा ना हटवाकर जिम्मेदार राजस्व अधिकारी,कर्मचारी जान बूझकर हीला हवाली कर रहे हैं।

 

ताजा मामला कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम सोनवारा में तालाब की भूमि पर हुए अवैध कब्जे से जुड़ा है। उक्त भूमि से कब्जे को हटवाने के लिए ग्राम के निवासी व ग्राम पंचायत सदस्य मेवाराम शुक्ल ने कई बार तहसील के अधिकारियों सहित उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जिससे उसने विवश होकर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर तालाब से अवैध कब्जा हटवाने व कब्जेदार पर कार्रवाई करते हुए जल निकासी कराने की गुहार लगाई है। मेवाराम शुक्ल निवासी सोनवारा परगना पहाड़ापुर ने अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह गांवसभा का सदस्य है और उसके गांव में गाटा संख्या 377 व 378 जो कि तालाब के खाते की भूमि है। उक्त तालाब में गांव के तमाम हिंदू-मुस्लिम समाज के लोगों का का पानी बरसात में व घर का पानी निकासी होता था, परंतु अनेकों दबंग लोगों द्वारा तालाब को पाटकर पक्का मकान बना लिया गया है व अवैध कब्जा कर लिया गया है और कुछ भूमि को पाट लिया गया है। जिससे गाँव घर का पानी रास्ते में अक्सर भरा रहता है व ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। प्रार्थी ने तालाब खाली कराने हेतु कई बार प्रार्थना पत्र दिया है और उक्त संबंध में कई बार स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं अधिकारियों के आदेश के बावजूद तालाब से अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया है। मामले में तहसीलदार महोदय के न्यायालय पर बेदखली के आदेश हेतु वाद पत्रावली काफी दिनों से लंबित है जिसमें उपजिलाधिकारी द्वारा लंबी तारीख ना लगाकर प्रकरण का शीघ्र निस्तारण करने को भी कहा जा चुका है। इसके बावजूद जिम्मेदार राजस्व अधिकारियों, कर्मचरियों द्वारा जानबूझ कर मामले का निस्तारण ना करके तालाब की भूमि से अवैध कब्जा हटवाने में हीला हवाली की जा रही है। जबकि बरसात का महीना आ चुका है जिससे तालाब की भूमि से अवैध कब्जा खाली कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से तालाब से अवैध कब्जा शीघ्र हटवाने की मांग की है।

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