लेखपाल ने जीवित व्यक्ति को मृत दर्शाकर जमीन दूसरे के नाम की फर्जी वरासत
(अपने नित नये फर्जी कारनामों में काफी मशहूर है तहसील कर्नलगंज)
कर्नलगंज, गोण्डा। उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ योगी सरकार के लाख कोशिशों और दावे के बावजूद बेखौफ भ्रष्टाचारी सुधरने का नाम नही ले रहे हैं। वहीं निरंकुश शासन प्रणाली का आलम यह है कि भ्रष्टाचार के कारनामे उजागर होने के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया जाने लगता है जिससे भ्रष्टाचारियों को पुनः भ्रष्टाचार करने का मौका मिल जाता है और इन पर अंकुश नही लग रहा है।
विदित हो कि तहसील कर्नलगंज क्षेत्र में कार्यरत कई लेखपालों का अनैतिक कार्य के बदले घूसखोरी का वीडियो वायरल हो चुका है परन्तु भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कोई संवैधानिक कार्यवाही नही की गई है। जिसका फायदा उठाते हुए भ्रष्टाचारी बेखौफ होकर नित नए भ्रष्टाचार के कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। मामला थाना कौड़िया के ग्राम पंचायत झाला का है, जहां लेखपाल ने अनैतिक लाभ लेकर जीवित व्यक्ति को मृतक दर्शाकर खतौनी में दूसरे व्यक्ति का नाम दर्ज कर मामला तमाम कर दिया है। शिकायतकर्ता अर्जुन पुत्र लालू ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि उसके पिता लालू की मृत्यु दिनाँक 14/3/2015 को हो चुकी है। पीड़ित के पिता के नाम ग्राम झाला में खाता संख्या 218, 219 खतौनी थी। पीड़ित ने बताया कि पिता लालू के देहांत के बाद उसके छोटे भाई जयराम उर्फ आज्ञाराम ने हल्का लेखपाल से मिलीभगत कर अपने बड़े भाई अर्जुन व माता दीपराजी को मृतक दर्शाकर पिताजी के हिस्से की सारी भूमि अपने नाम दर्ज कागजात करवा ली। मृतक लालू के बड़े पुत्र व उनकी पत्नी न्याय की आस लेकर अधिकारियों के कार्यालय की खाक छानते हुए चक्कर लगाने पर विवश हैं। पीड़ित ने दिये गए प्रार्थना पत्र में आला अधिकारियों से संपूर्ण मामले की जांच कराकर दोषी जनों के विरुद्ध कार्रवाई करने एवं न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।