विकासखंड पिहानी में आयोजित तीन दिवसीय आर्ट आफ लिविंग कार्यक्रम का समापन

विकासखंड पिहानी में आयोजित तीन दिवसीय आर्ट आफ लिविंग कार्यक्रम का समापन

 

ताहिर खान

 

कस्बे के विकास खंड कार्यालय की सभागार में चल रहे तीन दिवसीय आर्ट आफ लिविंग कार्यक्रम का समापन किया गया। तीन दिवसीय कार्यक्रम में योग प्राणायाम ध्यान वाह सुदर्शन क्रिया करने पर जोर दिया गया। तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य केवल सकारात्मक जीवन यापन करने का है। समापन के अवसर पर ब्लाक प्रमुख कुशी बाजपेई ने कहा कि

आर्ट ऑफ लिविंग संगठन की स्थापना सन 1981 में श्री श्री रवि शंकर जी के द्वारा की गई। यह संगठन शैक्षिक और मानवीय मूल्यों के विकास कार्यों में रत हैं। इसके शिक्षात्मक कार्यक्रम तनाव को मिटाने और कुशल मंगल की भावना उत्पन्न करने के साधन प्रदान करते हैं। यह संगठन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 152 देशों में सक्रिय रूप से सेवा कार्य कर रहा है। आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों ने लाखों लोगों के जीवन को छुआ है।

अजबापुर चीनी मिल के जनरल मैनेजर ने कहा कि सभी कार्यक्रम श्री श्री के शांति सिद्धांत से प्रेरित हैं। उनका कहना है कि “जब तक हमारा मन तनाव रहित और समाज हिंसा मुक्त नहीं होता तब तक विश्व में शांति की स्थापना नहीं हो सकती” |आर्ट ऑफ लिविंग तनाव को दूर करने वाले कार्यक्रम प्रदान करता है जिनमें सांस की क्रियाएँ ,ध्यान और योग शामिल हैं |

जनरल मैनेजर ने कहा कि श्री श्री के मार्गदर्शन में मानवतावादी कार्यक्रमों के माध्यम से आर्ट ऑफ लिविंग विभिन्न समुदायों में शांति स्थापना के प्रयासों में रत है।इसमें द्वन्द समाधान, प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों की सहायता, चिरस्थायी ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, कैदियों का पुनरुद्धार, सब के लिए शिक्षा और पर्यावरण के दीर्घकालिक विकास जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।

Related posts

Leave a Comment