*हरदोई हरियावां ब्लॉक का एक ऐसा गांव जो चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट*
क्या गांव का विकास हो गया कागजों पर।
हरियावां हरदोई योगी सरकार भले लाख दावे रोज कर रही आवास शौचालय के नाम पर। लाख दावे कर रहे हैं सबका साथ सबका विकास का लेकिन हरदोई का एक ऐसा भी गांव सरमाखेड़ा मजरा मरई प्रधान और सचिव की मनमानी के चलते ग्रामीण अलग तरीके से जिंदगी जीने पर मजबूर।आपको बता दें कि हरियावां क्षेत्र के अंतर्गत शर्मा खेड़ा मजरा मरई का है जिसमें आज भी 90% लोग नरकीय जिंदगी जीने को मजबूर। शर्मा खेड़ा गांव के लोग सरकारी योजनाओं से वंचित आवासों के नाम पर खानापूर्ति मजे की बात तो यह है कि यहां के कुछ लोग कहते हैं हम प्रधान को जानते ही नहीं सिर्फ वोट मांगने आये थे।
सूत्रों से मिली जानकारी निजी पार्टी के खड़े किये जाने पर परधानी जीत जाने पर अब बन्दर बाँट की बजह से जीते हुए प्रधान का कोई पता नहीं कहा रहते
अब गांव का बिकाश खतरे में
ग्राम प्रधान तथा सचिव की मनमानी के चलते यहां के लोग योजनाओं से वंचित आखिर सचिव और प्रधान पर क्या कोई अधिकारी नहीं लेते हैं लेखा-जोखा गांव निवासी हरिपाल पुत्र रामरतन का कहना है के प्रधान गांव सिर्फ वोट लेने के लिए आए थे जिस दिन से उनको प्रधान बना दिया गया तब से आज तक गांव झांकने भी नहीं आए ! इस गांव में शिछा के नाम से कोई भी बच्चो के लिए सुबिधा नहीं हैं न कोई आजतक मंत्री बिधायक सांसद ने आजतक
ध्यान दिया की इस गांव में भी बोट मांगने जाते इस गांव के साथ
क्यों किया जाता सौतेलापन
अब योगी शरकार से गांव के लोगो को उम्मीद अब देखना यह हे की योगी शरकार में भी ग्राम बाशियो को मिलेगी ख़ुशी या पहले सरकार की तरह उदासी
अरविन्द कुशबहा की ख़ास रिपोर्ट