*सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी कहा जाता है* दीपक द्विवेदी
*सोनभद्र जिले की व्यवस्था को लेकर द्विवेदी जी ने कुछ बात कहें*
जयप्रकाश वर्मा
सोनभद्र।
विद्यार्थी परिषद के नगर सह मंत्री दीपक द्विवेदी का कहना है की सोनभद्र जिला औद्योगिक क्षेत्र है और यहाँ पर बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना आदि जैसे बहुत सारे खनिज पदार्थ उपलब्ध हैं। सभी खनिज पदार्थ को निकाल कर के बाहर जा रहा है पूरे भारत को सुविधा प्रदान की जा रही है परंतु सोनभद्र जिले की व्यवस्थाएं दुर्भाग्यपूर्ण है ,,,सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी कहा जाता है क्योंकि यहाँ बहुत सारी बिजली संयंत्र हैं। जो पूरे भारत में सप्लाई की जाती है परंतु दुख की बात किया है कि सोनभद्र जिले में *केंद्रीय एम्स हॉस्पिटल* *केंद्रीय यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय* *राजकीय विश्वविद्यालय” स्पेशल* *मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स हॉस्पिटल* *की कोई सुविधाएं नहीं* है द्विवेदी जी का कहना है कि सिर्फ खनन करके पर्यावरण को प्रदर्शित किया जा रहा है लोगों को तमाम प्रकार की बीमारियां से ग्रसित हो रहे हैं परंतु अन्य राज्यों प्रदेशों की अपेक्षा सोनभद्र जिले को पूर्ण रूप से शिक्षा स्वास्थ्य पर्यटक को अपंग बनाकर रखा गया सोनभद्र जिले में लगभग 20 लाख से ऊपर ही जनता निवास करती है उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है फिर भी सर्वगुण संपन्न होते हुए भी सोनभद्र जिले को पिछड़ा जिला बनाकर रखा गया जिसका मुख्य कारण है यहां पर शिक्षा स्वास्थ्य की उचित व्यवस्थाएं नहीं करवाई गई और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से पूरा जिला जूझ रहा है परेशान है सोनभद्र जिले में केंद्रीय एम्स हॉस्पिटल,मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं होनी चाहिए थी जिससे सभी लोगों को इलाज करने में सुविधा प्रदान होती दुर्भाग्यपूर्ण सोनभद्र जिले की सोच भविष्य क्या होगा जिले का पिछड़ा जिला का नाम लेकर लोग खुशियां मनाते रहेंगे
धन्यवाद
द्विवेदी जी का कहना है
आधार आपका अधिकार है______