*मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनार्तगत जिला स्पोर्टस स्टेडियम हाथरस में 457पुत्रियों का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ*

*मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनार्तगत जिला स्पोर्टस स्टेडियम हाथरस में 457पुत्रियों का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ*

हाथरस में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनार्तगत जिला स्पोर्टस स्टेडियम हाथरस में गरीब एवं असहाय परिवारों की 457 पुत्रियों का सामूहिक विवाह सौहार्दपूर्ण माहौल में विधि विधान पूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुआ तथा उपस्थित समस्त अतिथियों ने नवविवाहित वर-वधू को उनके सुखद जीवन के लिए आर्शीवाद देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। नव विवाहित वर-वधुओं को विवाह प्रमाण पत्र वितरित किये।
भव्य पंडाल में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का मा0 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन/प्रभारी मंत्री श्री असीम अरुण, मा0 विधायक सि0राऊ वीरेन्द्र सिंह राणा, मा0 विधायक सदर श्रीमती अंजुला सिंह माहौर, जिलाध्यक्ष गौरव आर्य, जिलाधिकारी अर्चना वर्मा तथा मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने गणेश जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ विधिवत रूप से किया। मंच पर आसीन समस्त अतिथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया गया।
मा0 मंत्री जी, मा0 विधायक सि0राऊ, मा0 विधायक सदर, जिलाध्यक्ष, मा0 सांसद प्रतिनिधि, ब्लॉक प्रमुख मुरसान ने आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अधिकारियों/कर्मचारियों को बधाई दी तथा इस पावन अवसर पर नवविवाहित वर-वधू को शुभार्शीवाद दिया।
मा0 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन/प्रभारी मंत्री श्री असीम अरुण जी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास की नीति का पर कार्य कर रही है, जिसके माध्यम से प्रत्येक वर्ग के व्यक्तियों एवं जरूरतमंदो को लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने उद्योगों की स्थापना पर जोर देने को कहा जिससे कि अधिक से अधिक बेरोजगार लोगों को रोजेगार मुहैया कराया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने समस्या चिन्हित किया और गरीब परिवारों की बेटियों की शादी की समस्या के समाधान हेतु मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का शुभारम्भ किया। शासन द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना हेतु आवेदन करने के लिये पोर्टल तैयार किया जा रहा है। जिससे आवेदन करने की प्रक्रिया सरल हो जायेगी और लाभार्थी घर बैठे ही आवेदन कर सकेगा। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वयं इस योजना की समीक्षा की जाती है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में प्रतिभाग करने वाले जोड़ों का परीक्षण गुणवत्तापूर्ण करने के लिये कहा जिससे कि भ्रष्टाचार की संभावना न हो। उन्होंनें जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में आयोजित किये गये भव्य कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी, साथ ही नवदम्पत्ति वर बधू एवं परिजनों को बधाई दी।
मा0 विधायक सि0राऊ वीरेन्द्र सिंह राणा ने कार्यक्रम दौरान कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना मा0 मुख्यमंत्रीजी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में प्रमुख है। उन्होने कहा कि इस योजना के अंतर्गत गरीब कन्याओं को दाम्पत्य सूत्र में बांधा जा रहा है। हमारे जनपद में प्रत्येकवार अधिक से अधिक जोड़ों की शादी कराई जाती है। यहां पर भव्य रूप से कन्याओं का विवाह होने पर पिता को गरीब होने का एहसास नहीं होता है। नवदम्पत्ति जीवन के सुखमय एवं खुशहाल होने की कामना की।
मा0 विधायक सदर श्रीमती अंजुला सिंह माहौर ने कहा आज के समय माता पिता के लिये अपनी पुत्री का विवाह करना एक बड़ी चुनौती है। हमारी सरकार ने गरीब माता पिता की पुत्रियों का शादी का जिम्मा उठाया है। जिसे भलीभांति साकार किया जा रहा है। गरीब कन्याओं की शादी का पंजीकरण कराने के साथ ही प्रमाण पत्र प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आयोजित भव्य कार्यक्रम के लिये जिला प्रशासन को बधाई दी।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा समाज में सर्वधर्म समभाव एवं सामाजिक समरसता बढ़ाने तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, निराश्रित/निर्धन परिवारों के विवाह योग्य कन्याओं के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सभी समुदायों व वर्गों के लिए वर्ष 2017-18 से संचालित की गयी है। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा के नीचे निवास करने वाले परिवार जिनकी वार्षिक आय रू० 2 लाख सीमान्तर्गत हो, योजनान्तर्गत लाभ लेने के लिए अनुमन्य हैं। इस योजना में विधवा एवं तलाकशुदा महिलाओं के पुनर्विवाह कराने की भी व्यवस्था है। इस योजना में वित्तीय वर्ष 2017-18 से अब तक 3540 कन्याओं के विवाह सम्पन्न कराये जा चुके हैं तथा आज दिनांक 27.06.2023 को जनपद के समस्त विकास खण्डों एवं नगरीय क्षेत्रों से लगभग 457 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 415 हिन्दू जोड़े तथा 42 मुस्लिम जोड़े भी शामिल हैं। इस योजनान्तर्गत प्रत्येक जोड़े पर रू0 51000 का व्यय भार आता है, जिसमें कन्या को रू0 35000 की अनुदान राशि उसके बैंक खाते में अन्तरित की जाती है तथा रू0 10000 में उपहार सामग्री यथा चांदी की पायल, बीछिया, डिनर सेट, कपड़े, गद्दे, इत्यादि दिये जाते हैं तथा रू0 6000 में खान-पान, टैंट पण्डाल आदि की व्यवस्था पर व्यय किये जाने का प्राविधान हैं। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों से जिलाधिकारी ने आवाहन करते हुए यदि उनके आस पास कोई गरीब परिवार निवास करता हो, जिनकी पुत्रियों की शादी की जानी है। उन्हें इस योजना के बारे में अवश्य जानकारी दें जिससे कि आगे आयोजित किये जाने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।
मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम में उपस्थित सभी नवविवाहित वर-वधू को उनके सुखद जीवन के लिए आर्शीवाद देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, निराश्रित/निर्धन परिवारों के विवाह योग्य कन्याओं के लिए मा0 मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश के अंदर निवास करने वाले सभी समुदायों व वर्गों के व्यक्तियों के लिए संचालित है। गरीबी रेखा के नीचे निवास करने वाले परिवार जिनकी वार्षिक आय दो लाख (2,00000) रूपये से कम है वे सभी लाभ लेने के लिए अनुमन्य हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के समस्त विकास खण्डों एवं नगरीय क्षेत्रों से लगभग 457 जोड़ों का विवाह कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है। जिसमें 42 मुस्लिम जोड़े भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के अन्तर्गत विकास खण्ड हाथरस में 56, विकास खण्ड मुरसान में 44, विकास खण्ड सासनी में 54, सि0राऊ 61, हसायन 65, सहपऊ 45, सादाबाद में 49, जिला पंचायत हाथरस में 23 जोड़े तथा शहरी क्षेत्र के नगरीय निकाय हाथरस 17, सि0राऊ 18, मुरसान 02, सहपऊ 02, सादाबाद 08, पुरदिल नगर 05, सासनी में 18, हसायन में 04 तथा मैंडू में 02 जोड़ों का विवाह पंजीकरण कराया गया है। उन्होंने बताया कि योजनार्न्तगत प्रत्येक जोड़े पर रू0 51,000 हजार का व्यय आता है। जिसमें संबंधित वधू पक्ष अर्थात कन्या को रू0 35,000 हजार की अनुदान राशि उनके स्वयं के बैंक खाते में अन्तरित की जाती है तथा रू0 10,000 में वधू पक्ष को विवाह हेतु सामग्री जैसे चांदी की पायल, बीछिया, डिनर सेट, कपड़े, श्रृंगारदानी, कुकर, एक ट्रंक इत्यादि दिये जाते हैं तथा रू0 6,000 हजार खान-पान, टैंट पण्डाल आदि की व्यवस्था पर व्यय होता है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन अधिकारी के द्वारा सभी जोड़ों का विवाह पंजीकरण भी किया जाता है।
कार्यक्रम के अंत में मा0 मंत्री जी उपस्थित सभी नवविवाहित जोड़ों एवं उनके परिजनों को शपथ दिलाई कि ‘‘हम शपथ लेते है कि जन्म से पूर्व लिंग परीक्षण बेटा नहीं करायेंगे। बालक एवं बालिका में भेद भाव करने वाली सामाजिक कुरीतीयों का बहिष्कार करेंगे। कन्या जन्म का स्वागत करते हए उत्सव मनायेंगे। हर एक बेटी को जीवन, शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं गरिमापूर्ण जीवन दिलाने में सहायक होंगे साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।’’
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत गरीब एवं असहाय परिवारों की 457 पुत्रियों का सामूहिक विवाह सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ जिसमें से 415 जोड़ों का हिन्दू रीती रिवाज तथा 42 जोड़ों का मुुस्लिम रीति रिवाज के साथ किया गया। विवाह कार्यक्रम के उपरान्त नवविवाहित युगल तथा वर-वधू पक्ष के परिजनों ने पंडाल में भोजन ग्रहण किया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम का सफल संचालन महिला कल्याण अधिकारी मोनिका गौतम द्वारा किया गया तथा मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने मंच पर उपस्थित सभी अतिथिगणों का आभार व्यक्त किया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान मा0 पूर्व विधायक सि0राऊ यशपाल सिंह चौहान, मा0 सासंद प्रभारी राजेश सिंह उर्फ गुड्डू, ब्लॉक प्रमुख मुरसान रामेश्वर उपाध्याय, महामंत्री प्रीति चौधरी, रामवीर सिंह उर्फ भैयाजी, उप जिलाधिकारी सादाबाद, परियोजना निदेशक, डी0सी0 मनरेगा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी लोक निर्माण विभाग, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, आदि सहित बडी संख्या में मौजूद अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकार बंधुओ एवं गणमान्य लोगों ने नवविवाहित दम्पतियों को शुभकामनायें दी।
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*हाथरस से ब्यूरो रिपोर्ट*

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