हाथ में गंगा जल लेकर आमजन ने लिया हिंदुस्तान नशा मुक्त बनाने का संकल्प।
माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर मध्यकालीन प्रख्यात संत महान विचारक रूढ़ियों पर प्रहार करने वाले भारतीय परंपरा के दार्शनिक संत श्री रविदास जी की जयंती के अवसर पर आशियाना लखनऊ में नागरिकों ने लिया कभी नशा न करने का संकल्प।
आशियाना के सेक्टर एन वन निवासी शैलजा सचान के आवाहन पर पार्क में वहां के निवासी एकत्र हुए और उन्होंने नशा मुक्त अभियान से जोड़ते हुए कैलेंडर के अनुसार आज उद्घोषक कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया तथा हाथ में गंगाजल लेकर नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत समाज को नशा मुक्त बनाने हेतु दृढ़ प्रतिज्ञा दिखाई।
मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए रीना त्रिपाठी ने सभी को बताया कि हमें नई पीढ़ी को नशे की बुराइयों के प्रति जागरूक करते हुए सचेत करना होगा ।जिस प्रकार सैकड़ों वर्षो की हमने अंग्रेजों तथा अन्य आतंकियों की गुलामी झेली है उसी प्रकार कहीं नशे की गुलामी में तो नहीं फस रहे। स्कूल के स्तर से ही बच्चों को जागरूक करना होगा कि वह नशे के चंगुल में न फंसे यदि कोई पहली बार नशा करने का ऑफर देता है तो उससे दोस्ती हमेशा के लिए छोड़ दें। जिस प्रकार प्रख्यात संत रविदास जी ने समाज को जातिगत भेदभाव से दूर करते हुए सामाजिक एकता की शिक्षा दी थी मन आत्मा और कर्मों से पवित्रता की दी गई उनकी सीख आज भी सर्वविदित है आज के पावन अवसर पर गंगाजल हाथ में लेकर सभी को जीवन में नशा ना करने की शपथ लेनी चाहिए। हिंदुस्तान नशा मुक्त बने सामाजिक एकता समरसता आत्म सम्मान और गौरव पूर्ण जीवन सभी नागरिकों को मिले इसके लिए जरूरी है कि नशे को हमेशा के लिए देश से हटा दिया जाए और यह तभी संभव है जो हम सब एकता के सूत्र में बंद है सभी प्रकार के भेदभाव को बुलाकर जन जागरूकता की मुहिम से जुड़े।
कार्यक्रम का आयोजन का आयोजन विनोद सचान ,शैलजा सचान के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में कार्यक्रम में समाज सेविका नीता खन्ना ने उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई ,रिया प्रजापति, सरोज ,पंकज प्रीति देवी ,सुमित, रिशु ,रोहित सिंह अर्पित सिंह, ऋषभ शुक्ला ,पंकज सिंह, कैलाश यादव, सत्यभान, राजू कुमार, डीएस आर्य ,विवेक कुमार, लक्ष्मीधर, गंगाधर ,रामविलास अभिषेक यादव, पूनम यादव सहित आसपास के गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया और सभी ने नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का से जुड़कर अन्य लोगों को जोड़ने के प्रति संवेदनशीलता दिखाई।