*एसडीएम के यहां खाना बनाने वाला नौकर पट्टे की जमीन खाली कराने लेखपाल को भेजा*
*गांव की पीड़ित महिला जमीन खरीद कर मकान बनाई थी तब किसी ने आपत्ति नहीं की*
*ब्यूरो चीफ डॉ0कल्पराम त्रिपाठी*
गोंडा जनपद से जहां पर योगी सरकार सबका साथ सबका विकास की बात कहती है वहीं गोंडा सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम भदुवा तरहर होली पुरवा में रोड के बगल जमीन बैनामा कर पीड़ित महिला कंचन ने 2012 में मकान बनाया था महिला का आरोप है कि गांव के ही विपक्षी राज नरायन जो गोंडा सदर एसडीएम विनोद कुमार सिंह के आवास पर खाना बनाने का काम करते हैं अधिकारी के दबाव में गांव में बने मकान को आबादी जमीन एक विश्वा पट्टा 2008 में विपक्षी ने करवाया था 15 साल हो गए अब तक कब्जा नहीं पाए जबकि प्रधान द्वारा प्रधानमंत्री आवास दिया जा चुका है योजना का लाभ सरकार से मिला है जमीन भी है वहीं गांव की पीड़ित महिला कंचन मीडिया से बात करते हुए बताया कि 2012 में गांव के ही राम सूरत से ही जमीन बैनामा करवाया था लेखपाल तिलकराम जमीन नाप कर अलग किए थे उसी पर हम अपना मकान बनाएं आबादी का पट्टा अगर उनका था उस समय इन्होंने आपत्ति क्यों नहीं की लेखपाल भी नहीं बताए हम मकान ना बनाते हमें दो-तीन महीने से वर्तमान लेखपाल निरंकार आकर परेशान करते हैं कि इसको हटा लो गिरा दो नहीं तो एसडीएम आकर गिरवा देंगे क्योंकि गांव के ही विपक्षी राज नरायन एसडीएम सदर के यहां खाना बनाने का काम करता है इसलिए लेखपाल मकान गिरवाने को कह रहे हैं गांव के लोग भीड़ लगाए थे जब उनसे भी बात की गई तो लोगों ने कहा कि महिला जमीन खरीद कर मकान बनाया था उस समय के लेखपाल जमीन को नाप कर अलग किए थे तब यह नहीं बताया था कि यह पट्टा की जमीन है यह गरीब महिला कहां जाएगी गांव के प्रधान राज नरायन को प्रधानमंत्री आवास भी दिया है खेत भी है जबकि पट्टे की जमीन भूमिहीन को दी जाती है जबकि पीड़ित महिला कंचन ने जिला अधिकारी के अदालत पर एक मुकदमा दायर किया है पट्टा निरस्त करने के संबंध में मुकदमा चल रहा है ।