ये क्या हो रहा है, आखिर पायलट से बत्तमीजी के पीछे इस तरह दबंगई क्यो?बागेश्वर में हेलीकाप्टर सेवा रुकने से उठे सवालिया निशान
पुलिस अधीक्षक के मौखिक आदेश को आधार बनाकर एसओजी प्रभारी और टीम पर पायलट से अभद्रता और बत्तमीजी करने के लगे आरोप
पायलट ओर हेली सेवा के मैनेजर ने लगाए गम्भीर आरोप, गुरुवार को दिनभर हेली सेवा चलने के बाद एसओजी प्रभारी और उनके साथियों द्वारा हवाई सेवा करने की बात कही गई,उसके बाद साढ़े तीन बजे करीब एसओजी और पुलिस की टीम भी डिग्री कालेज मैदान पहुँची, उसके बाद पुलिस टीम तो रस्सी के घेरे के बाहर खड़ी थी पर पुलिस के कुछ जवान हेलीकाप्टर के समीप पहुँचे, जिसके बाद उनकी पायलट से तीखी नोकझोक हो गई। वही पायलट ने प्रेस को जानकारी दी कि फ्लाइंग इंजन स्टार्ट था, जब वे यात्रियों को उतार रहे थे तभी सादे वर्दी में कुछ लोग पुलिस अधिकारी होने और पायलट से नीचे उतरने और अभद्रता के साथ पायलट के साथ बत्तमीजी की गई। वही विंग कमांडर पायलट आगामी करो अरविंद पांडे ने इसे अभद्रता करार देते हुए इसे विमानन नियमों के खिलाफ होने की बात कही,उसके बाद पायलट ने अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया।वही आमजन में इस तरह की चर्चा से पुलिस की छवि भी खराब हुई है,वही पालिकाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से लिखित शिकायत दर्ज कराने की बात कही है,वही कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया ने भी मामले में खेद जताते हुए दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही, वही कुछ लोगों द्वारा एसओजी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाते हुए जिला प्रशासन की बिना सहमति के खिलाफ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाए हैं।वही जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने लिखित शिकायत के बाद दोषियों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।अब देखने वाली बात होगी कि यदि बलबली यदि पुलिस द्वारा पायलट के साथ अभद्रता हुई है तो इसके लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।अब कपकोट विधायक के बयान के बाद देखने वाली बात होगी कि कोई कार्रवाई होती है या जांच केवल कागजों में सीमित होकर रह जाती है।
बागेश्वर से गोविन्द सिंह की रिपोर्ट