*श्रीमद् भागवत कथा का चौथे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव की रही धूम।*
अयोध्या के आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) के मधुर वाणी से पंजाब लुधियाना के ग्यासपुरा अंबेडकर नगर गली नंबर 14 में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग खुशियों से झूमने-नाचने लगे। इस मौके पर कथा व्यास आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं। उन्होंने कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) ने कहा जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, जेल के ताले टूट गये,पहरेदार सो गये। वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। अंत में आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) ने बताया कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव को अपना जीवन सुधारने के लिए भागवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए। प्रभु श्री कृष्ण जन्मोत्सव के भजनों पर भक्तजन खूब झूमे कथा स्थल भक्तों में हो गया इस खुशी के मौके पर क्षेत्र के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे और प्रभु की पावन अमृत कथा का रसपान किया कथा स्थल पर मौजूद श्रद्धालुओं ने बताया अयोध्या के आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) के मधुर वाणी से प्रभु की पावन अमृत कथा सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ श्रीमद् भागवत अमृत कथा सुनकर जीवन धन्य हो गया प्रभु की पावन अमृत कथा श्रवण करने से अपार खुशियां प्राप्त होती है आचार्य राजित राम तिवारी (अनुरागी) ने कहा प्रभु की अमृत कथा में जो सुख शांति प्रदान होती है जो सुख कहीं और नहीं प्राप्त होता प्रभु की अमृत कथा श्रवण करने से जन्म जन्मांतर के कष्ट दूर हो जाते हैं। जीवन में अपार खुशियां प्राप्त होती है।