डीएम साहब यहां तो कड़ाके की ठंड व भूख की मार झेल रहे छुट्टा जानवर संबंधित के कहने पर बंधक बनाए गए थे यह छुट्टा पशु जिस पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
रंजीत तिवारी
गोंडा हम बात कर रहे हैं जिले के विकासखंड इटियाथोक क्षेत्र का जहां बेसहारा पशुओं के आतंक से परेशान किसान संबंधित के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं यहां तक कुछ किसानों का यह भी कहना है कि खंड विकास अधिकारी जिनकी झूंठी आश्वासन देना आदत बन गई है एक तरफ क्षेत्र स्थित चुरिहार के ग्रामीणों का आरोप है कि बीते दिनों लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र पर संबंधित द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि आप लोग छुट्टा जानवरों को किसी रस्सी में बांध दें और उसके बाद हम गाड़ी भेज कर किसी गौआश्रय में इन बेसहारा पशुओं को भेजवा देंगे ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित के कहने पर हम लोगों ने बेसहारा पशुओं को बांध तो दिया परंतु आज यह बेजुबान भूखे मर रहे हैं और उधर संबंधित द्वारा यह कहा जाता है की उच्च अधिकारियों ने छुट्टा जानवरों को पकड़ने के लिए कोई आदेश नहीं दिया है इसीलिए यह निर्णय हम अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद ही लेंगे इसी तरह पड़ोस गांव अयाह का हाल दर से बदतर है आरोप है कि यहां के ग्रामीणों द्वारा बीते दिनों करीब 3 दर्जन से अधिक छुट्टा जानवरों को पकड़ा गया था जो वर्तमान समय में भूखे प्यासे सहित कड़ाके की ठंड की मार झेल रहे हैं ग्रामीणों का संबंधित के खिलाफ इस कदर गुस्सा फूटा की इनके मुंह से खंड विकास अधिकारी हाय हाय की नारे लगने लगी ग्रामीणों का कहना है कि अगर इन बेजुबान पशुओं की भूख से या ठंड से मौत हुई तो इसके जिम्मेदार खंड विकास अधिकारी स्वयं होंगे
वही इस संबंध में जब जिला अधिकारी के सीयूजी नंबर पर बात की गई तो उन्होंने यह कहा है कि प्रकरण गंभीर है संबंधित को निर्देशित कर बेसहारा पशुओं को सुरक्षित गौ आश्रय भेजवा दिया जाएगा