हाल ए वन रेंज धौरहरा :
वन रेंज धौरहरा में तैनात वनकर्मचारियों ने अवैध लकड़ी के साथ पकड़ी गई डीसीएम को गुप-चुप तरीके से छोड़ा
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद वापस फिर पहुंची लकड़ी सहित डीसीएम!
क्या भ्रष्टाचार के हत्थे चढ़ गयी वनरेज धौरहरा! विवादों में रहने वाले रेंजर का नया कारनामा उजागर!
लखीमपुर-खीरी। जहां यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को ग्रीन यूपी बनाने के प्रयास में निरंतर वृहद वृक्षारोपण कार्य करवा रहे हैं। वही जनपद लखीमपुर खीरी धौरहरा वन रेंज में तैनात अधिकारी व वन कर्मचारी लकड़ कट्टों के साथ गठ-जोड़ करके हरियाली का नामोनिशान मिटाने पर तुले हुए हैं।लकड़ कट्टों पर इस कदर मेहरबान है कि उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद भी अवैध लकड़ी व कटान पर कार्यवाही करना तो दूर, लकड़कट्टों के सरपरस्त बन बैठे हैं।
बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व धौरहरा वन रेंज क्षेत्र में ठेकेदार बाम द्वारा काटी गई आम की अवैध लकड़ी की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने के बाद खानापूर्ति करते हुए भले ही धौरहरा वनरेंज में तैनात वनकर्मी ने 12 बोटा अवैध आम की लकड़ी लदी सहित डीसीएम को अपनी हिरासत में ले लिया था और वन क्षेत्राधिकारी धौरहरा द्वारा मीडिया कर्मियों को कठोर कार्यवाही करने की बात भी बताई गई थी। लेकिन कुछ दिन बाद डीसीएम को वन कर्मियों द्वारा गुपचुप तरीके से बिना रिलीजिंग आर्डर के छोड़ दिया गया अवैध लकड़ी लदी डीसीएम को सड़क पर जाते देख मीडिया कर्मियों के हस्तक्षेप के बाद किरकिरी से बचने के लिए पुनः डीसीएम को वनरेंज ले जाकर वनकर्मचारियों ने खड़ी कर दिया और मीडिया के सवालों से बचने के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप मढते हुए नजर आए। लेकिन बिना रिलीजिंग आर्डर के डीसीएम वन रेंज धौरहरा से बाहर जाना और डीसीएम चालक के पास कोई भी वैध प्रपत्र न होना धौरहरा वनरेंज में तैनात वन कर्मियों की कार्यशैली पर जहां प्रश्नचिन्ह लगा रही हैं? वही वन कर्मियों और लकड़ कट्टों के गठजोड़ को उजागर कर रही हैं।
अब देखना यह है कि अवैध लकड़ी से लदी डीसीएम को बिना रिलीजिंग आर्डर के छोड़ने वाले जिम्मेदार वन कर्मियों पर उच्च अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही करते हैं या दोषी वन कर्मियों को अभयदान दे दिया जाता है। यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है? फिलहाल धौरहरा वन कर्मचारियों का कारनामा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या बोले जिम्मेदार…
धौरहरा रेंजर आरिफ जमाल खा से उक्त मामले में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि रशीद कटी हुई है मैं अभी लखीमपुर हू बाम ठेकेदार धौरहरा है गाड़ी रिलीज की रशीद कहा से पा जायेगा?
(आरिफ जमाल खा : रेंजर धौरहरा)
इस बाबत मे जब एफडी खीरी संजय पाठक से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण प्रकरण की जांच करने हेतु डीएफओ, बफर जोन को निर्देश दिए गए हैं प्राप्त जानकारी अनुसार अभी वाहन विभागीय कब्जे में है ! बाकी धन्यवाद आपका!
(संजय पाठक एफडी : खीरी)
इस बाबत मे जब वन रक्षक राजेश दीक्षित से उक्त मामले में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय विधायक के मौखिक कहने से लकड़ी सहित डीसीएम को छोड़ दिया था हम लोगों को माननीय के तमाम मौखिक आदेशों का भी अनुपालन करना पडता है।
( वन रक्षक राजेश दीक्षित – धौरहरा वनरेंज)
लकड़ी लदी डीसीएम के पीछे अपनी फारेस्ट विभाग लिखी बाइक पर सवार मौकै पर वन रक्षक उत्तम पाण्डेय व डिप्टी रेंजर अखिलेश शर्मा से जानकारी चाही गई कि उक्त डीसीएम के बारे में उन्होंने कुछ न कहकर अपनी बाइक लेकर मौके से रफूचक्कर हो गए।
इस बाबत मे जब धौरहरा विधायक विनोद शंकर अवस्थी से उक्त मामले में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि पेड़ कटान मामले को लेकर हम हमेशा सतर्क रहते हैं इससे पूर्व रेंजर गजेन्द्र सिंह को अवैध लकड़ी कटान मामले में मैंने लखनऊ जाकर विधिक कार्यवाही कराया था! इस मामले में मुझे कुछ जानकारी नही है हमारा नाम फर्जी लेकर बदनाम किया जा रहा है मै भी इस मामले पर गौर करेंगे!
(धौरहरा विधायक विनोद शंकर अवस्थी)