महिला सिपाही की तहरीर पर सिपाही के विरूद्ध मुकदमा दर्ज आरोपी सिपाही को गिरफ्तार करके न्यायालय मे हाजिर कर भेजा गया जेल

महिला सिपाही की तहरीर पर सिपाही के विरूद्ध मुकदमा दर्ज
आरोपी सिपाही को गिरफ्तार करके न्यायालय मे हाजिर कर भेजा गया जेल

कर्नलगंज, गोण्डा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जहाँ एक तरफ महिला सशक्तिकरण पर जोर देकर महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा के लिए आये दिन सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं और उसी के क्रम में पुलिस विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ एक महिला सिपाही के साथ एक पुरुष सिपाही द्वारा फेंक आईडी के माध्यम से उसे परेशान करने का मामला सामने आया है। मामले में महिला सिपाही के मोबाइल नंबर से फेंक आईडी बनाकर किसी अश्लील ग्रुप से जोड़ने और शिकायत करने पर उसे जान से मारने की धमकी देने का आरोपी सिपाही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मामले में महिला सिपाही ने एसपी आकाश तोमर से शिकायत की थी कि किसी व्यक्ति द्वारा उसके नम्बर से फेंक आईडी बनाकर अश्लील ग्रुप में जोड़ दिया गया है जिससे उसके नंबर पर लोगों के द्वारा अश्लील मैसेज व काल किया जा रहा है। जब उसने इस संबंध में एक व्यक्ति से जानकारी किया कि आपको मोबाइल नंबर कहाँ से मिला तो बताया गया कि फेसबुक पर मनीषा नामक ग्रुप पर दीपिका कश्यप के नाम से उसके मोबाइल नंबर की आईडी डाली गई थी। जिसकी जानकारी होने पर उसने फेसबुक पर देखा तो अश्लील नाम से एक ग्रुप में अंशिका यादव व सलोनी पांडया नाम से उसकी आईडी एवं नंबर डाला गया था। जिससे आहत होकर उसने एसपी से शिकायत की। एसपी के निर्देश पर साइबर सेल ने जांच शुरू की तो पता चला कि फेंक आईडी कर्नलगंज कोतवाली में तैनात सिपाही रवींद्र रावत द्वारा बनाई गई है और उसका नंबर डाला गया है। यही नहीं आरोपी सिपाही पर आरोप है कि उसने महिला सिपाही द्वारा की गई शिकायत को वापस लेने के लिए कमरे पर जाते वक्त रात्रि में रास्ते में रोककर जान से मारने की धमकी भी दी। मामले में महिला सिपाही के शिकायती प्रार्थना पत्र पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी सिपाही रवींद्र रावत के विरुद्ध विभिन्न गंभीर धाराओं 341,467,468,471,504,506,व 66 ई आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी विनय सिंह का कहना है कि महिला सिपाही की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर आरोपी सिपाही को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करके जेल भेज दिया गया है।

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