तबादले के पांच दिन बाद दो उपनिरीक्षकों का स्थानांतरण रद होने से उठ रहे सवाल
जिले के काफी तेजतर्रार कहे जाने वाले कप्तान ने आखिर किन कारणों से लिया यह फैसला और यू टर्न
क्या कप्तान के आदेश पर भारी पड़ गए उपनिरीक्षक या कोई अन्य वजह? नहीं बता पा रहे आला अधिकारी
गोण्डा। जिले के काफी तेजतर्रार कहे जाने वाले पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर द्वारा जनहित व प्रशासनिक हित में बीते 11 नवंबर शुक्रवार को किये गये तबादले में गोंडा जनपद में वर्षों से तैनात व कई मामलों से अपनी निरंकुश कार्यशैली को लेकर काफी विवादों से घिरे चौकी प्रभारी पहाड़ापुर अभिषेक मिश्रा थाना कटरा बाजार को तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी पाण्डेय बाजार कोतवाली नगर व नागेश्वर नाथ पटेल चौकी प्रभारी पाण्डेय बाजार को पहाड़ापुर चौकी थाना कटरा बाजार सहित कई उपनिरीक्षक एवं आरक्षीगण को स्थानान्तरित करते हुए उक्त क्रम में संबंधित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष जनपद गोंडा को उपरोक्त उपनिरीक्षक,आरक्षीगण को स्थानांतरण पर तत्काल प्रस्थान कराकर अनुपालन आख्या गोपनीय कार्यालय में लौटती डाक से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को कहा गया था। जिससे एसपी की काफी सराहना हो रही थी लेकिन स्थानांतरण के बाद भी उपनिरीक्षक अभिषेक मिश्रा चौकी प्रभारी पहाड़ापुर और उपनिरीक्षक नागेश्वर नाथ पटेल के उसी चौकी में जमे रहने और पांच दिनों के बाद एसपी द्वारा दोनों उपनिरीक्षक के तबादले को निरस्त कर पुन: पूर्व के उसी स्थान पर तैनाती किये जाने को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा है और सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों उपनिरीक्षकों की चौकी काफी मलाईदार और कमाऊ पूत वाली मानी जाती है, शायद यही इनके तबादले के रद होने की वजह है।
आपको बता दें कि चौकी प्रभारी पहाड़ापुर अभिषेक मिश्रा और चौकी प्रभारी पाण्डेय बाजार नागेश्वरनाथ पटेल का अचानक बुधवार को तबादला निरस्त कर दिया गया है। लोगों में चर्चा के अनुसार 11 नवंबर शुक्रवार को एसपी गोंडा आकाश तोमर ने उप निरीक्षक अभिषेक मिश्रा को चौकी पहाड़ापुर थाना कटरा बाजार से चौकी पाण्डेय बाजार कोतवाली नगर गोंडा और उपनिरीक्षक नागेश्वरनाथ पटेल को चौकी पाण्डेय बाजार कोतवाली नगर गोंडा से चौकी पहाड़ापुर थाना कटरा बाजार स्थानांतरित किया था। वहीं स्थानांतरण के 5 दिन बाद 16 नवंबर को पुलिस अधीक्षक द्वारा पुनः गस्ती जारी कर दोनों उपनिरीक्षक अभिषेक मिश्रा व नागेश्वरनाथ पटेल का तबादला रद्द कर दिए जाने से कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं और लोगों में तरह तरह की चर्चा शुरू हो गयी है। प्रकरण पहाड़ापुर चौकी थाना कटरा बाजार से जुड़ा है,जहाँ चौकी इंचार्ज अभिषेक मिश्रा के कानून व्यवस्था के प्रति लापरवाही बरतने और निरंकुश कार्यशैली के अनगिनत गंभीर मामले सामने आ चुके हैं,जिससे अपनी निरंकुश कार्यशैली को लेकर वह काफी विवादों से घिरे रह चुके हैं। जिसमें कुछ मुख्य मामले इस प्रकार हैं। पहला मामला बीते महीने मूर्ति विसर्जन के दौरान चौकी क्षेत्र में सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र खान चौराहे के पास उनकी मौजूदगी में काफी संख्या में हाथ में खुली तलवार लेकर लोग प्रदर्शन करते दिखे और वह मूकदर्शक बने रहे। दूसरा मामला पहाड़ापुर चौकी क्षेत्र के एक गाँव में बीते महीने मामूली बात पर दबंगों द्वारा पूरे परिवार को धारदार हथियार से घायल करने के मामले में पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया,जिसमें पीड़ित से चार हजार रुपये वसूलने का चौकी इंचार्ज पहाड़ापुर पर गंभीर आरोप लगा। जिसकी शिकायत पुलिस कप्तान से की गई। तीसरा मामला थाना कटरा बाजार के अन्तर्गत ग्राम रामगढ़ के मजरा चैन पुरवा से जुड़ा है,यहाँ की निवासिनी पीड़ित महिला सीतापति ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया जिसमें कहा गया है कि बीते 24 सितंबर को गांव के ही कुछ लोग फरसा आदि लेकर उसके दरवाजे पर चढ़ आये और गाली देते हुए जान से मारने की नियत से उसके पति के सिर पर फरसा से हमला कर दिए। चौथा मामला एक पत्रकार की जमीन पर दबंगो,भूमाफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जा का है,जिसमें पहाड़ापुर चौकी इंचार्ज व दबंगों की मिलीभगत होने का मामला सामने आया। जहाँ पीड़ित को न्याय नहीं मिला। जबकि पत्रकार के चाचा बाबादीन की मृत्यु दिनांक 20/02/1990 को हो चुकी थी मृत्यु के बाद फर्जी व जाली बैनामा दस्तावेज दिनांक 27/02/1990 को शीश अहमद, रईस अहमद, मोबीन अहमद, तहूर अहमद खां पुत्रगण अब्दुल समद खां निवासी निदूरा कुत्रचित तरीके से बैनामा के आधार पर चौकी इंचार्ज अभिषेक मिश्रा अपनी टीम के साथ जमीन गाटा संख्या 526/0.6030 हे0 स्थित ग्राम पिपरी रावत दबंग व भूमाफियाओं की मिलीभगत करके उक्त विवादित भूमि पर कब्जा कराने पहुंचे अभिषेक मिश्रा एक सरकारी कर्मचारी के तौर पर नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता के रूप में और दबंगों के प्रभाव में कार्य करते दिखाई दिए। जिससे लोगों में काफी रोष व्याप्त है। यही नहीं आरोप है कि पहाड़ापुर चौकी में जमकर रिश्वतखोरी चलती है और दलाल किस्म के लोगों से चौकी इंचार्ज अभिषेक मिश्रा का चोली दामन का साथ होने से यहाँ जमकर कानून की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। लोगों का कहना है कि यहाँ पैसा है तो न्याय है पैसा नहीं तो न्याय नहीं। यही नहीं इनके कारनामे की खबर जिले के आला अधिकारियों के संज्ञान में होने के साथ ही शासन स्तर तक भी पहुंच चुकी है। इसके बावजूद पुलिस अधीक्षक द्वारा इनका स्थानांतरण निरस्त किया जाना लोगों के गले नहीं उतर रहा है और तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं जो काफी चर्चा का विषय बना है।।