गुमनाम शहीदों को पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
– गुमनाम शहीद एवं गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी स्मृति न्यास के अध्यक्ष व क्रांतिकारी वंशज प्रदीप गुर्जर बली ने गुमनाम शहीदों व गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के लिए स्मारक बनाने की मांग की
– 28 दिसम्बर 2022 को बिलखते बलिदान सिसकते योगदान हम और हमारी भूमिकायें पर संवाद गोष्ठी का शुभारम्भ व मेरा-जनपद मेरा-देश व जंग-ए-जंगी जनपद-बागपत की होगी शुरूआत
बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
गुमनाम शहीद एवं गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी स्मृति न्यास के अध्यक्ष, क्रांतिकारी वंशज व प्रसिद्ध समाजसेवी प्रदीप गुर्जर बली ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि गुमनाम शहीदों और गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को उनकी पहचान दिलायी जाये। बागपत के जिलाधिकारी डॉ राजकमल यादव के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपे पत्र में उन्होंने कहा कि देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर हमें उन शहीदों को नही भूलना चाहिए जिनका बलिदान ज्ञात शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों से कम नही था, लेकिन उनको आज तक वह मान-सम्मान नही मिला जो उनको मिलना चाहिए था। 1857 की क्रांति के समय अंग्रेजों ने षड़यंत्र के तहत उस समय के इतिहास को अपने अनुसार मोड़ा और हजारों क्रांतिकारियों की शहादत और स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन से जुड़े तथ्यों को उस समय के विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों जैसे अखबारों, किताबों आदि पर नही आने दिया और ऐसे महान क्रांतिकारी लोक गाथाओं, दादा-दादी, नाना-नानी की कहानियों तक सिमट कर रह गये। प्रदीप बली ने मांग की कि सन 1857 की क्रांति से जुड़े सही तथ्यों से जनता को अवगत कराया जाये व गुमनाम शहीदों और गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के लिए एक स्मारक बनाया जाये जो देश के सभी गुमनाम शहीदों और गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित हो। साथ ही साथ उन्होंने मांग की कि जिन गुमनाम क्रांतिकारियों व शहीदों के बारे में जानकारी उपलब्ध है और उनको पहचान नही मिली है उनके नाम सरकारी दस्तावेजों पर लाये जाये, उनके नाम पर विभिन्न सड़कों, ईमारतों के नाम रखें जाये, सार्वजनिक स्थानों पर उनकी मूर्तियां स्थापित की जाये और हर जनपद के क्षेत्र में रहने वाले शहीदों के बारे में उस जनपद के स्कूलों में पढ़ाया जाये जिससे आने वाली पीढियां उन महान शहीदों और क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा ले सके। प्रदीप गुर्जर बली ने मांग की कि ऐसे महान क्रांतिकारियों के वंशजों को सम्मानित किया जाये। प्रदीप गुर्जर बली ने बताया कि हमारे स्मृति न्यास द्वारा आगामी 28 दिसम्बर को अमर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनो, पूर्व सैनिकों, प्रबुद्ध हस्तियों व समाजसेवियों के सानिध्य में बिलखते बलिदान सिसकते योगदान, हम और हमारी भूमिकायें नामक संवाद गोष्ठी का विधिवत शुभारंभ बड़ौत के डाक बंगले से किया जायेगा। साथ ही साथ मेरा जनपद मेरा देश व जंग ए जंगी जनपद बागपत की शुरूआत की जायेगी। जिलाधिकारी बागपत को पत्र सौंपने वालो में न्यास के अध्यक्ष प्रदीप गुर्जर बली, पंचायती वीड़ियो प्रोग्राम के लेखक इकबाल कवि, जांबाज नीरा स्मृति अभियान के सचिव मनोज जैन खेकड़ा आदि उपस्थित थे।