एस ओ मितौली सुनीत कुमार को उच्च अधिकारियो के द्वारा लाइन हाजिर करना बडी भूल ?
अपराध कोई और करे और दंड किसी को और…।
दैनिक राष्ट्रराज्य
मितौली थाने में तैनात महिला आरक्षी के साथ किसी सिपाही द्वारा आवासीय परिसर के नाम पर की गई ठगी के मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा थाना प्रभारी मितौली सुनीत कुमार को लाइन हाजिर किया जाना पूर्णतया अनुचित है। सिपाही के साथ हुई ठगी के मामले में थाना प्रभारी मितौली का क्या दोष बनता है। दोषी सिपाहियों के विरुद्ध उच्च अधिकारियों द्वारा जो कार्यवाही की गई है वह पूर्णतया न्यायोचित है किंतु कर्तव्यनिष्ठ एवं ईमानदार थाना प्रभारी को इस प्रकरण में सजा दिया जाना न्यायोचित नहीं है वैसे तो हम सभी को अधिकारियों के कार्यों में दखल देने का कोई हक नहीं है किंतु सही बात लिखने के लिए मन विचलित हुआ क्योंकि थाना प्रभारी मितौली सुनीत कुमार की कार्यप्रणाली से आम जनता पूर्णतया संतुष्ट रही है उच्चाधिकारियों के निर्देश के क्रम में अपराधों की रोकथाम हेतु अपराधियों की गिरफ्तारी अभियान एवं दोषी व्यक्तियों को जेल भेजा जाना थाना प्रभारी मितौली की कार्यकुशलता का मुख्य सूचक रहा है थाना क्षेत्र में हुई घटनाओं का पर्दाफाश बगैर किसी दबाव एवं प्रलोभन के साथ किया जाना इनकी कार्यशैली रही है जोकि उच्चाधिकारियों से भी कुछ छुपा नहीं है। क्षेत्रीय जनता थाना प्रभारी द्वारा किए गए कार्यों की आज भी प्रशंसा कर रही है सिपाहियों द्वारा किए गए लेनदेन के संबंध में थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्यवाही किया जाना अत्यंत निंदनीय है अगर किसी अधिकारी को मेरी बात बुरी लगे तो क्षमा चाहता हूं।