श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ – पांचवा दिवस कथा प्रसंग गोवर्धन पूजा रहस्य लीला*

श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ – पांचवा दिवस
कथा प्रसंग गोवर्धन पूजा रहस्य लीला*

*कृष्ण बाल लीला, होली दिवस पर भगवान की अनन्त लीलाओं में छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को कथा*

डॉ0कल्प राम त्रिपाठी ब्यूरोचीफ गोण्डा

खबर गोंडा जनपद से हैं जहां पर गोंडा शहर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान कथा का चौथा दिन आज शाम की कथा प्रसंग गोवर्धन पूजा रहस्य लीला कथा सुनने के लिए दूरदराज से भारी संख्या में महिलाएं भक्तगण पहुंच रहे हैं कथा का ले रहे आनंद कल कथा थी कृष्ण बाल लीला, होली दिवस पर भगवान की अनन्त लीलाओं में छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को कथा प्रसंगों के माध्यम से उजागर करते हुए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सुश्री पद्महस्ता भारती जी ने बाल लीला के विभिन्न प्रसंगों के आध्यात्मिक अर्थ को समझाया। फूलों की होली खेली गई महिलाएं बच्चे भक्तगण झूम कर नाचे गाए और डांस किए
इस संसार के मूढ़ बुद्धि लोग मुझे मनुष्य शरीर में देखकर साधारण मनुष्य समझ लेते हैं पर वे मेरे परम भाव को नहीं जानते कि मैं ही सभी भूत प्राणियों का स्वामी हूँ, गोकुल की गलियों में दौड़ते हुए इस गोप बालक को देखकर कौन कह सकता है कि व परमात्मा है। भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की इस घटना के पोछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है। उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात् सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया। प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ्य को अपव्यय करने की अपेक्षा हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण सम्भव है।
सुश्री पद्महस्ता भारती जी ने व्यासपीठ से कथा कहते हुए हमारे देश की नदियों का वर्णन करते हुए बताया कि नदियों का जल प्रदूषित क्यों है कानपुर हो बनारस हो इलाहाबाद हो अयोध्या हो नदियों का पानी गंगा नदी का न सिर्फ़ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है बल्कि देश की 40% आबादी गंगा नदी पर निर्भर है।
सज्जनों हमारी नदियां काजल निर्मल और स्वच्छ रहे यह हम सब लोग चाहते हैं मगर वह चढ़कर आगे नहीं आते हैं जब लॉकडाउन लगा था लोग घरों में कैद थे तब हमारी नदियां का जल शुद्ध वातावरण और स्वच्छ जल था आज क्या है कि फिर हम उसी दिन चर्या में आ गए हैं फिर नदियां प्रदूषित हो रही हैं सरकार तो चाहती है कि नदियां स्वच्छ रहे वायु वातावरण शुद्ध है समाज को आगे आना चाहिए सरकार नमामि गंगा को लेकर योजनाएं चलाई जा रही है जहां में गोंडा मैं कथा कह रही हूं यहां इस सरजू अयोध्या के लिए जाती है तीर्थ यात्रा करने लोग जाते हैं अयोध्या सरजू नदी में लोग नहाते हैं वहां कपड़ा नहीं धोना चाहिए पूजा पाठ की हवन सामग्री को नदियों में नहीं डालना चाहिए इससे पानी प्रदूषित होता है मिट्टी में दबा देना चाहिए ताकि खाद बन जाए।कथावाचक के साथ डोली में इस भव्य आयोजन में इनके अतिरिक्त , साध्वी सुश्री वंदना भारती, ,अभिनंदन, प्रति भारती, स्वामी करुणेशानन्द , शिवम, श्रेष्ठ इत्यादि उपस्थित हुए विश्वनाथ मिश्रा उदयभान शुक्ला बड़े बाबू कामाख्या दरबार के विश्वनाथ मिश्रा गोंडा मंडी समिति के अधिकारी राजेश जासवाल अरुण कुमार शुक्ला
जिला मंत्री भाजपा युवा मोर्चा आनंद विक्रम सिंह उर्फ अन्नूभैया साहित्यकार याज्ञ देव पाठक दीप प्रज्वलन व भव्य आरती हुए शामिल
स्वामी अर्जुन आनंद जी कमल महात्मा यशवीर महात्मा श्री राम स्वामी जी पंडित जगदीश तिवारी, जितेंद्र पंडित विष्णु स्वामी महिलाओं की टीम में रितु जायसवाल विद्यावती मिश्रा श्रीमती किरण मिश्रा श्रीमती हरकेश सिंह श्रीमती शशि जायसवाल श्रीमती सरोज जायसवाल मिथलेश सिह रेनू श्रीवास्तव सावित्री सिह सुषमा मिश्रा निर्मला सिंह किरन सिह दीप्ती शर्मा चन्द्रकला सिंह ऊषा मिश्रा रीता पाठक रमा मिश्रा गीता जायसवाल सुषमा मिश्रा वेबी जायसलाव वही युवा परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष रितु जायसवाल अन्य सेवादार भाई बहने रहे मौजूद । भव्य आरती पंडित जगदीश तिवारी, ने यजमान रामकरण मिश्रा वरिष्ठ एडवोकेट, संतोष कुमार जायसवाल, अजय कुमार जायसवाल जमुना प्रसाद मिश्रा , नंदलाल जायसवाल विश्वजीत शुक्ला हे मौजूद भव्य आरती ली प्रसाद का हुआ वितरण
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