*सचिव पर लगातार लग रहे रिश्वत मांगने के आरोप*
टोडरपुर।विकासखंड टोडरपुर में पूर्व में एडीओ पंचायत रहे व वर्तमान में तैनात सचिव आशीष बाजपेई हमेशा से ही चर्चे में रहे है, बताते चलें कि बाजपेई पूर्व में एडीओ पंचायत के भी चार्ज पर रहे हैं, तबसे लगातार चर्चाओं में नजर आते रहते है।अभी हाल ही में एक मामला सामने आया है। सलेमपुर राय निवासी रमेशचंद्र पुत्र चंद्रभूषण ने आरोप लगाया है कि सचिव आशीष बाजपेई आवास को लेकर घूंस की मांग कर रहे हैं। बोल रहे है जब तब पैसे नहीं दोगे तब तक आवास नहीं मिलने देंगे, आपको बताते चलें कि रमेश चंद्र हर तरीके से आवास के लिए पात्र है और कुष्ठ रोग से पीड़ित है जो कि किसी भी काम करने लायक नहीं है गरीब असहाय व्यक्ति से घूंस मांगना गलत है रमेश चंद्र ने आरोप लगाया कि कई बार जांच का भी आदेश हुआ लेकिन आशीष बाजपेई के द्वारा हमको अपात्र दर्शाया जाता है जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो रहा है। ब्लॉक से लेकर जिले तक दौड़ रहा है।न ही कोई सुनवाई हो रही है और न ही कोई कार्यवाही हो रही है।अधिकारीगण बैठे-बैठे लगा रहे झूठी आख्या, कुछ दिन पूर्व में दैनिक आज कानपुर अखबार में भी आशीष बाजपेई की खबर प्रकाशित की गई थी जिसमें कपूरपुर बहोरन के मोनू पुत्र आसाराम निवासी कपूरपुर बहोरन ने परिवार रजिस्टर की नकल बनवाने को लेकर भी आरोप लगाया था जिसको लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।हमेशा से चर्चा के घेरे में रहे आशीष बाजपेई इस पंचायत चुनाव 2020-21 में भी गड़बड़ी को लेकर भी चर्चा के घेरे में आए थे जिसको लेकर मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था।जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई ऐसे कई मामले हैं जोकि सचिव आशीष बाजपेई को घेरे में ला सकते हैं लेकिन बाजपेयी अच्छी जान पहचान व रुतबा कायम रखने में हमेशा कामयाब रहे हैं जिससे आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी। उपरोक्त कई आरोप इन पर हैं अगर इनके कार्यकाल में विकास कार्यों की भौतिक स्थलीय निष्पक्ष जांच कराई जाए तो आरोप के घेरे में आ सकते है। सरकार का सख्त आदेश है कि किसी भी गरीब असहाय व्यक्ति को पीड़ित ना किया जाए लेकिन ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों को सरकार का किसी भी प्रकार का भय दिखाई नहीं पड़ रहा है। पीड़ित कुष्ठ रोगी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हमारी बात सुनने वाला कोई नहीं है साथ ही पीड़ित का कहना है कि सचिव ने कहा कि कितना भी कुछ कर लो हमारा कुछ नहीं हो सकता जब तक पैसे नहीं दोगे हम आवास मिलने नहीं देंगे उपरोक्त बाजपाई पर कई तरह के भ्रष्टाचार के मामले लगे हुए हैं जिसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए तो पोल खुल जाएगी।