श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में मनाया गया गांधी, शास्त्री जयंती एवं महाविद्यालय स्थापना दिवस
डॉ0कल्पराम त्रिपाठी ब्यूरोचीफ गोण्डा
पुनीत है शास्त्री महाविद्यालय की धरती जिसकी स्थापना भारत के दो महापुरुषों के जन्म दिन के अवसर पर तत्कालीन जिलाधिकारी स्वर्गीय राजेंद्र नाथ के कर कमलों से 1966 में को गई थी।उन्होंने कहा छात्र छात्राओं को दोनों महापुरुषों के व्यक्तित्व एवम् कृतित्व से प्रेरणा लेते हुए अपने व्यक्तित्व का निर्माण निर्माण करना चाहिए।विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने शास्त्री महाविद्यालय को जनपद का गौरव बताया।प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह छात्र छात्राओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा जीवन में इतना अच्छा काम करे कि भारत के इतिहास में आपका भी नाम दर्ज हो जाए वहीं सचिव उमेश शाह ने गांधी जी एवंश्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डाला। प्राचार्य प्रो रविंद्र कुमार पाण्डेय ने अंग वस्त्र एवम् स्मृति चिन्ह भेंट कर सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रुपरेखा पर प्रकाश डाला।मंच संचालन प्रो. अतुल कुमार सिंह एवं डॉ चमन कौर ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन मुख्य नियंता प्रोफेसर श्याम बहादुर सिंह ने किया।
इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव में आयोजित की गई दर्जनों प्रतियोगिताओं के विजई 200 छात्र छात्राओं को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।महाविद्यालय में जिलाधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी एवं सभी अतिथियों के कर कमलों से नौ ग्रह वाटिका की भी स्थापना की गई साथ ही महाविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।इस पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपस्थित रहे।