राम भरोसे चल रही विद्यालय की व्यवस्था बच्चों को शिक्षा तो दूर नहीं मिल पा रहा मध्यान भोजन
मझिला/ हरदोई
शासन और प्रशासन शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए जहाँ एक ओर परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलाने पर जोर दे रहा है।सरकार शिक्षा को उत्तम बनाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही है वहीं यहाँ के हालात शासन की मंशा के विपरीत दिखाई दे रहे है। विकासखंड शाहाबाद के कंपोजिट विद्यालय बहेड़ा की दशा बहुत ही दयनीय है यहाँ पर प्रधानाध्यापक बटेश्वर तैनात है।जिनको अपने विद्यालय के बारे में कुछ पता ही नही है।प्रधानाध्यापक को यह तक नही पता है कि कितने बच्चे पंजीकृत है। विद्यालय में कितने बच्चे उपस्थित हैं कितने अनुपस्थित हैं कुछ जानकारी विद्यालय के संबंध में उनको नहीं है।
विद्यालय में तैनात रसोइयों ने बताया कि एक सप्ताह से विद्यालय में राशन नही है। विद्यालय परिसर में बच्चों को कई दिनों से खाना नहीं मिल रहा है न ही विद्यालय में बाथरूम की व्यवस्था है विद्यालय परिसर में तालाब जैसी स्थिति बन गई है जलभराव बना रहता है विद्यालय गंदगी का अम्बार बना है स्कूल की रसोईया ने आरोप लगाया है कि बच्चों को कई दिनों से खाना नहीं मिल रहा है हम कहते हैं तो हमें बटेश्वर ( प्रधानाध्यापक) डांट फटकार लगाते हैं कि तुम्हारी ड्यूटी चल रही है आराम करो इसके पहले जब भी खाना बनता था तो खाना चूल्हे पर ही बनता है ना ही हमें कई महीनों से हमारा पैसा मिलता है हम घर से आते हैं अपनी ड्यूटी बजाकर घर लौट जाते हैं।वहीं एक रसोईया शशि पाल मौके पर अनुपस्थित थी इस बात की जानकारी जब प्रधानाध्यापक से की गई। तो इस बात पर प्रधानाध्यापक भड़क गए और कहा हमारा मानसिक संतुलन खराब है हमारा स्वास्थ्य सही नहीं है हम कई महीनों से बीमार चल रहे हैं हमारा इलाज चल रहा है हमें इसके बारे में कुछ नहीं पता है और जो भी दिक्कतें हैं इन सब की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को दे चुके हैं।इस सम्बंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो बताया कि हमारे संज्ञान में मामला नहीं था अध्यापक गलत कह रहा और इस बात पर तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।