बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योगी सरकार का दावा हो रहा हवा-हवाई साबित दबंग शिक्षिका पहले दलित छात्रा को पढ़ाने व स्कूल में बैठने से किया इनकार उसके बाद मां को दी जाति सूतक गाली

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योगी सरकार का दावा हो रहा हवा-हवाई साबित दबंग शिक्षिका पहले दलित छात्रा को पढ़ाने व स्कूल में बैठने से किया इनकार उसके बाद मां को दी जाति सूतक गाली

 

 

रंजीत तिवारी

 

बालिका के पिता द्वारा बीएसए गोण्डा से की गई शिकायत पर उनके आश्वासन के बाद बच्ची को विद्यालय छोड़ने गयी माँ को भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी देते हुए खदेड़ा

 

कर्नलगंज, गोण्डा । जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज बीजेपी सरकार समाज को शिक्षित बनाने के नाम पर सरकारी खजाने के पैसे को पानी की तरह बहा रही है तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हवा हवाई होने के साथ ही जाति पांति भेदभाव मुक्त व्यवस्था का दावा झूंठा और ढोंग साबित हो रहा है। जिसके जीते जागते के उदाहरण के तौर पर सरकार के दावे की पोल खोल रहा बेहद शर्मनाक मामला शिक्षा क्षेत्र कर्नलगंज में सामने आया है,जहाँ जातिवाद की दूषित मानसिकता से ग्रस्त एक दबंग शिक्षिका द्वारा गुरु व शिष्या के पवित्र रिश्ते को शर्मसार व कलंकित करते हुए दलित मासूम बालिका को तीन महीने से स्कूल में बैठने नही दिया जा रहा है और पढ़ाने से इंकार किया जा रहा है। जिसके संबंध में बालिका के पिता के द्वारा बीएसए गोण्डा से की गई शिकायत पर बीएसए के आश्वासन पर बच्ची को विद्यालय छोड़ने गयी माँ को भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी देते हुए खदेड़ दिया गया।

 

बताते चलें कि यह हैरतअंगेज शर्मनाक मामला शिक्षा क्षेत्र कर्नलगंज से जुड़ा है, जहाँ शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले एक सरकारी विद्यालय में दबंग शिक्षिका द्वारा दलित बालिका को तीन महीने से स्कूल में बैठने नही दिया जा रहा है और

जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करके बच्ची को विद्यालय से निकाल दिया गया। प्राथमिक विद्यालय टेंगनहा की अनुसूचित जाति की छात्रा सोनिया गौतम पुत्री भगवान प्रसाद ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय टेंगनहा में कार्यरत पूजा सिंह मैडम हमको तीन महीने से स्कूल से भगा देती हैं, कहती हैं कि अनुसूचित जाति के बच्चे को हम अपने स्कूल में नही बैठाएंगे। इस संबंध में जब बालिका के पिता के द्वारा बीएसए गोण्डा शिकायत की गयी तो बीएसए के आश्वासन पर बच्ची को स्कूल छोड़ने गई उसकी माँ को भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी देते हुए खदेड़ दिया गया। जिससे दबंग शिक्षकों में उच्चाधिकारियों का भी कोई भय नहीं दिख रहा है। ऐसे में अब गंभीर सवाल यह उठता है कि जब योगी राज में सबका मान सबका सम्मान का नारा दिया जाता है तो यह जाति धर्म की भाषा कहां से सामने आ रही है?। मालूम हो कि शिक्षा के मंदिर में बच्चों की नींव रखी जाती है पर जब वहां भी उनके जेहन में जाति धर्म का माहौल पैदा किया जाएगा तो कैसे देश अग्रसर होगा। जब इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी कर्नलगंज से दूरभाष पर वार्ता की गयी तो उन्होंने बताया कि हम अभी कोर्ट में है, फिर जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बच्ची को स्कूल भेजो। जब बच्ची स्कूल गई तो शिक्षिका ने बताया की हम नाम काट देंगे पर इस बच्ची को स्कूल में बैठने नही देंगे। अब न्याय पाने के लिए पीड़ित बच्ची की मां और पिता ने पुलिस सहित उच्चाधिकारियों का सहारा लेकर न्याय की गुहार लगाई है।

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