ग्राम मोहम्मदपुर गड़वार में जांच में मनरेगा की खुली पोल
लोकपाल के समक्ष श्रमिकों ने दिया बयान
ब्यूरो रिपोर्ट दुर्गेश जायसवाल दि ग्राम टुडे
कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम मोहम्मदपुर गड़वार में हुई शिकायत पर अमृत सरोवर की जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल के समक्ष मनरेगा श्रमिकों ने मजदूरी की धनराशि प्रधान को वापस करने का बयान दिया है।
प्रकरण विकास खण्ड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम मोहम्मदपुर गड़वार से जुड़ा है। बीते 6 जुलाई को यहां के निवासी आयुष प्रताप सिंह ने मनरेगा लोकपाल से लिखित शिकायत की थी कि उनके ग्राम पंचायत में हरिप्रसाद सिंह अमृत सरोवर की खुदाई ट्रेक्टर से कराई गई है। खुदाई कार्य पूर्ण होने के बाद भी करीब 100 श्रमिकों का मस्टर रोल निर्गत कराकर खुदाई कार्य कराया जाना दिखाया जा रहा है। शुक्रवार को शिकायत की जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल के समक्ष मनरेगा श्रमिक राधेश्याम, विमला देवी व राजिंदर ने कहा कि उनके द्वारा कार्य की मांग नही किया गया है। उनके बैंक खाते में जो भी पैसा आया उसे निकालकर प्रधान जी को दे दिया है। मनरेगा लोकपाल ने ग्राम रोजगार सेवक मनोज कुमार से श्रमिकों का लिखित बयान दर्ज करके तीनों श्रमिकों का हस्ताक्षर करवाने का निर्देश दिया। रोजगार सेवक ने बताया कि अमृत सरोवर का कार्य करीब छः माह तक चलेगा। उन्होंने कहा कि श्रमिकों ने जो भी बयान दिया उसे लिखकर जांच अधिकारी को सौंप दिया है। इस संबंध में मनरेगा लोकपाल नन्दकुमार तिवारी ने बताया कि ग्राम मोहम्मदपुर गड़वार के अमृत सरोवर निर्माण से संबंधित शिकायत पर मौके पर जाकर श्रमिकों सहित अन्य लोगों का बयान दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रकरण की जांच अभी चल रही है।