जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण विद्युत करेंट की चपेट में आकर दो पशुओं की मौत
कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय तहसील क्षेत्र के अंतर्गत विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण शुक्रवार को टूटकर गिरे जर्जर विद्युत तार के करंट की चपेट में आकर खेत मे चर रहे दो पशुओं की मौत हो गई। जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना विद्युत उपकेन्द्र कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम शीशामऊ से जुड़ी है। शुक्रवार की सुबह यहां के निवासी रामचरित्तर पंडित व राम कृपाल शुक्ला गांव के समीप खाली पड़े खेत में अपने पशुओं को चरा रहे थे। उसी बीच विद्युत तार टूट कर गिर गया। जिसकी चपेट में आकर दो पशुओं की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंचे लाइन मैन तार जोड़ने का प्रयास करने लगे। मौके पर मौजूद रामगोपाल शुक्ला दीपनरायन तिवारी, बलराम द्विवेदी, शत्रुहन पाठक, उपेंद्र वर्मा, समसीर अहमद व उमेश्वर प्रताप शुक्ला सहित गुस्साए अन्य ग्रामीणों ने उन्हें तार जोड़ने से मना कर दिया। उसी बीच हल्का लेखपाल राहुल दूबे व दो पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंच गये। ग्राम प्रधान बृहस्पति कुमार उर्फ चूरे दूबे ने बताया कि वर्ष 1989 में यह विद्युत लाइन बनाई गई थी। जिसे 24 वर्ष बीतने को हैं, तार जर्जर होकर जगह-जगह टूटकर गिरते रहते हैं। विद्युत तार गिरने से इससे पूर्व में कन्हैयालाल वर्मा के खेत में लगा गेंहू जल चुका है। अशोक कुमार तिवारी की दो पशु, देवराज तिवारी का एक पशु उसी स्थान पर विद्युत करंट की चपेट में आकर मौत की नींद सो चुके हैं। फिर भी अधिकारियों की कुम्भकर्णी नींद नही खुली और जर्जर विद्युत तार के सहारे सप्लाई देते रहे हैं। जिससे पुनः उसी घटना की पुनरावृत्ति हुई है। प्रधान ने बताया कि वह आठ माह पूर्व एक्सईएन व एसडीओ से शिकायत किये मगर कोई कार्यवाही नही हुई। जिस पर वह विभाग के चीफ को प्रार्थना पत्र देकर तार बदलने की मांग कर चुके हैं, फिर भी कोई कार्यवाही नही हुई।
इस संबंध में उपखंड अधिकारी से उनके सरकारी नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका।