रुपईडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डाक्टरों के द्वारा लिखी जा रही बाहर की दवा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लिया संज्ञान चिकित्सा प्रभारी को नोटिस
ब्यूरो रिपोर्ट दुर्गेश जायसवाल
गोंडा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सकों द्वारा मरीजों को बाहर की दवा धड़ल्ले से लिखी जा रही है। जिससे लोगों को उपचार कराने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
शासन व प्रशासन द्वारा लगातार चिकित्सकों को मरीजों को बेहतर सुविधा देने एवं बाहर से दवा न लिखने का फरमान जारी कर रहे हैं। परंतु यह फरमान चिकित्सकों के लिए महज एक औपचारिकता बनकर रह गई है। जहां एक तरफ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक जनपद में जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर मरीजों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने एवं चिकित्सकों को द्वारा बाहर से दवा न लिखने का निर्देश दे रहे हैं। तो उसी समय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रुपईडीह पर तैनात चिकित्सकों द्वारा मरीजों को धड़ल्ले से बाहर की दवा लिख रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों द्वारा सरकारी पर्ची के साथ एक छोटी सी पर्ची पकड़ा देते हैं जिसमें हजारों की दवा लिखी होती है जिसे मरीजों को लेना पड़ता है। जिसके चलते उन्हें स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार कराना काफी महंगा साबित हो रहा है। जिससे वह बिना स्वस्थ हुए ही अपना इलाज कराना बंद कर देते हैं। जिसकी शिकायत समय-समय पर मरीजों द्वारा विभागीय अधिकारियों से लेकर जनपद के उच्च अधिकारी द्वारा किया जाता है। परन्तु कार्रवाई न होने के चलते चिकित्सकों द्वारा बाहरी दवाई धड़ल्ले से लिखी जा रही है ।देखना यह है कि चिकित्सकों द्वारा बाहर से दवाई कब तक लिखते हैं यह बात अभी भविष्य के गर्त में छुपी हुई है।
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिली है। जांच करा कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।