झिरौली पुलिस ने इनोवा से पकड़ी लीसे की खेप
महंगी गाड़ी में तस्करी करने वाले तस्कर को किया गिरफ्तार।
थानाध्यक्ष की पहल से पकड़ा गया युवक
बागेश्वर। जिले का सबसे शांत और छोटा समझा जाने वाला थाना इन दिनों सुर्खियों में है। यहां तैनात इंस्पेक्टर तस्करी करने वालों को पकड़ने में सफल हो रहे हैं। जिले में एक कोतवाली और पांच थाने है। जबकि थानों में सबसे बड़ा थाना कपकोट है, यहां चरस तस्करी सहित अन्य वन्य जीव की तस्करी साहित अन्य मामले सबसे अधिक होते हैं। जबकि थाने के अलावा यहां पुलिस उपाधीक्षक की भी अलग से तैनाती है। वही जिले के अल्मोड़ा _बागेश्वर की सीमा पर स्थित थाना झिरोली सबसे छोटा थाना है। वही थाने में निरीक्षक की तैनाती के बाद थाना हायटेक हो गया है। झिरौली पुलिस द्वारा अवैध तरीके से सोने की तस्करी करने वाले एक व्यापारी को पकड़ा, जबकि गत सप्ताह ही जिले में चरस तस्करी करने के मामले मे सात किलो चरस की तस्करी करने वाले आरोपी को पकड़ा, जबकि ताजा मामला लीसा तस्करी से जुड़ा हुआ है। कांडा से बागेश्वर होते हुए इनोवा कार में खुलेआम लीसा तस्कर महंगी कार में 60 कनस्तर लीसा हल्द्वानी ले जा रहा था। तेज बारिश होने के चलते खुलेआम पुलिस और वन विभाग को चकमा देकर एक इनोवा कार तेज बारिश के बीच चेकिंग अभियान में अल्मोड़ा कि ओर जाते दिखी। जिसके बाद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कैलाश नेगी को दिल्ली नंबर की कार होने और वाहन में अत्यधिक लोड भरे होने पर शक हुआ। जिसके बाद तुरंत भारी बारिश के बीच इनोवा वाहन की तलाशी ली गई। जिसमें जांच में 60 कनस्तर लीसा बरामद हुआ। थानाध्यक्ष नेगी ने तुरंत वाहन चालक रवि भट्ट पुत्र हरीश भट्ट उम्र 26निवासी आरके टेंट हाउस मुखानी हल्द्वानी को थाने लाकर मय वाहन को कब्जे में लिया। जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वहीं बागेश्वर के रेंजर श्याम सिंह करायत ने बताया कि भारतीय वन अधिनियम 1927की धारा 26 और 52और लीसा अभिवहननियमावली उत्तर प्रदेश 4/14के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है। वही मामले में थानाध्यक्ष कैलाश नेगी के कार्यों की क्षेत्रीय जनता और पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने सराहना की। वही इनोवा कार से लीसा तस्करी के मामले में कांडा से बागेश्वर होते हुए काफलिगैर पहुंचने तक वाहन को नही पकड़े जाने से आम जनता द्वारा स्वालियां निशान भी उठाए जा रहे हैं।