*नवाब सदर जहाँ पक्का तालाब के सौंदर्यीकरण में पालिका ने लाखों डकारे:जमीनी स्तर पर काम सिफर*
ताहिर खान
*मिनिस्ट्री ऑफ हाऊसिंग एण्ड अर्बन अफेयर्स की टीमें करने आ रहीं सर्वे:पुरातत्व ने शुरु कराया काम*
पिहानी/हरदोई।देश के लगभग 200 संरक्षित स्मारकों में नगर पालिका परिषद पिहानी में स्थित “‘मकबरा नवाब सदर जहाँ का पक्का तालाब”‘ का मिनिस्ट्री ऑफ हाऊसिंग एण्ड अर्बन अफेयर्स की ओर से सर्वेक्षण और विश्लेषण 5 अगस्त तक चलेगा।इस नजारे को देखकर एक सवाल का नजरिया सामने आया है वो ये कि क्या पुरातत्व विभाग के साथ मिलकर सर्वे करने पहुंच रहीं अर्बन डिपार्टमेंट की टीमें निरीक्षण के दौरान उस रौजा सदर जहाँ पक्का तालाब का सौंदर्यीकरण देखकर आनन्दित नहीं हो रहीं?जिसका सौन्दर्यीकरण पालिका पिहानी लोकसेवक एक साल पहले ही पुरातत्व विभाग आयुक्त से अनुमति लेकर लाखों रुपए सरकारी धन खर्च करके करा चुके बताते हैं।अब सर्वेक्षण करने पहुंच रहीं लखनऊ की अर्बन अफेयर्स टीम के साथ पुरातत्व विभाग लोकसेवक नगर पालिका द्वारा लाखों रुपए की लागत से कराए गए पक्का तालाब के सौंदर्यीकरण काम की जानकारी व जाँच-पड़ताल किए वगैर पक्का तालाब की सफाई और सुंदरता बढ़ाने का काम क्यूँ और कैसे कराने लगा?ये तो एक ही काम के लिए बार-बार धन लेकर जनता के काम के लिए आ रहे सरकारी धन का दुर्विनियोग ही तो है।नगर के मोहल्ला निजामपुर में स्थित पक्के तालाब का जब पहले ही पालिका द्वारा कराया जा चुका है सौंदर्यीकरण काम तो कहां हैं वो सुन्दर तालाब जिनमें खर्च हो गया है लाखों रुपए का दाम।ज्ञात हो कि नगर में कार्यपालिका की तरफ से जो भी कार्य संपन्न कराए जाते हैं उसमें शासन की मंशानुसार और जिला अधिकारी के निर्देशानुसार कार्य होना दर्शाया जाता है। ऐसा ही एक काम शासन की मंशानुसार और जिलाधिकारी हरदोई के निर्देशानुक्रम में नगर पालिका परिषद पिहानी में बीते वर्ष 2020-21के मध्य हो चुका बताया जा रहा है उस काम के लिए पालिका में आए सरकारी धन से रुपए 65 लाख 44 हजार 288 रुपये भी खर्च हो चुके हैं।आइए जानते हैं इतनी बड़ी लागत से पालिका लोकसेवकों ने पिहानी में क्या काम कराया है?दरअसल उन्होंने नगर के अंदर 4 तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया है।जिसमें मोहल्ला नागर, लोहानी,छिपीटोला के अलावा निजामपुर कटरा बाजार में स्थित रौजा मकबरा नवाब सदर जहाँ का पक्का तालाब भी सौंदर्यीकरण कार्य सम्पन्न में शामिल है।मतलब नगर के उपरोक्त वर्णित 4 तालाबों का अपदूषण हटाकर वहाँ बहुत कुछ ऐसा काम करा दिया गया जिसकी सुन्दरता देखकर लोग आकर्षित व आनन्दित हो रहे हों।इस तथ्य का स्थलीय निरीक्षण करने पर भौतिक सत्यापन का निष्कर्ष ये मिला है कि नगर में ऐसा कोई भी तालाब नहीं है जिसकी सुन्दरता देखकर लोगों के मन को आकर्षित और प्रफुल्लित होकर आनन्द का बोध हो रहा हो।अर्थात् कागजी दस्तावेजों के पेज भरकर भृष्ट लोकसेवकों ने तालाबों के सौंदर्यीकरण करने के नाम पर जनहित काम के लिए आए सरकारी धन का बंदरबाट कर अपने-अपने पेट भर लिए और जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं।हालांकि दिखावे के लिए थोड़ा बहुत काम मोहल्ला लोहानी और छिपीटोला में स्थित तालाबों पर कराया है मगर उनमें हुए कार्यों की गुणवत्ता में भी अनियमितता है। इसलिए जब अर्बन डेवलपमेंट लखनऊ की टीमें आना शुरू हुईं और निरीक्षण किया तो पुरातत्व विभाग ने अपनी साख बचाने के लिए शुरू करा दिया काम।मगर शासन की मंशानुसार जब पहले ही सौंदर्यीकरण का हो चुका है काम।तो कौन बताए कहां लग गया वह सरकारी दाम।