*दस्तक अभियान में सोलह क्षय रोगियों के साथ ही खोजे गए पांच सौ कुपोषित बच्चे*
रिपोर्ट सुशील कुमार द्विवेदी
गोंडा,
जनपद में एक से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण माह और 16 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीमें हर घर दस्तक देते हुए डोर टू डोर सर्वे करने के साथ ही बुखार व क्षय रोग (टीबी) के लक्षण वाले मरीज और कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर रही हैं। टीमों ने अब तक क्षय रोग के लक्षण वाले 174 संभावित मरीज और लगभग पांच सौ कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ जय गोविन्द ने बताया कि टीमों ने घर-घर भ्रमण कर अब तक 174 संभावित क्षय रोगियों को चिन्हित किया है | इन सभी का बलगम जांच कराने के साथ ही अन्य क्लीनिकल टेस्ट कराए गये। जांच में सोलह लोग टीबी पॉजिटिव पाए गए। सभी पॉजिटिव मरीजों का उपचार शुरु कर दिया गया है। साथ ही मरीजों का ब्यौरा निःक्षय पोर्टल पर अपडेट कराया जा रहा है। पोर्टल पर अपडेट मरीजों को निःक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपये प्रति माह की प्रोत्साहन राशि उनके बैंक खाते में दी जाती है, ताकि दवा सेवन के साथ वह अपने खानपान और पोषण का भी ध्यान रख सकें।वर्तमान में गोंडा जनपद में क्षय रोग के उपचाराधीन मरीजों की कुल संख्या 3458 है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टीबी के नए मरीज खोजने वाली आशा कार्यकर्ताओं को 500 रुपये प्रति मरीज प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा ने बताया कि दस्तक अभियान में लगी टीमें घर के अंदर व बाहर निरीक्षण कर मलेरिया विभाग को सूचित कर जल निकासी और दवा के छिड़काव की व्यवस्था सुनिश्चित करती हैं। आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू ज्वर, मलेरिया, टाइफाइड, डायरिया, इनफ्लूएंजा, चेचक, हेपेटाइटिस व क्षय रोग के रोकथाम, बचाव और समय पर सही उपचार के बारे में जागरुक कर रही हैं।