गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली चमेली के समक्ष भूखमरी का संकट

गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली चमेली के समक्ष भूखमरी का संकट

 

जयप्रकाश वर्मा

सोनभद्र।

विकास खण्ड करमा अंतर्गत कसया खुर्द गांव निवासी 70 वर्षीय वृद्धा चमेली देवी पत्नि स्वर्गीय दुलारे को मिलने वाले राशन कार्ड को निरस्त बताकर कोटेदार द्वारा राशन देना बन्द कर दिया गया है।जिससे बेसहारा वृद्धा के समक्ष भूखमरी की स्थिति आ गईं हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार चमेली देवी 70 वर्षीय दलित विधवा है, जो विगत दो तीन माह से बीमार चल रही है,स्वास्थ्य में सुधार होने पर वृद्धा किसी प्रकार कोटेदार के पास राशन लेने पहुंची तो कोटेदार द्वारा वृद्धा को यह कहकर वापस कर दिया गया कि तुम्हारा कार्ड निरस्त हो गया है। वह फूट फूट कर रोने लगी। जब पापी ग्राम पंचायत के कोटेदार राज नाथ मौर्य ने इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि लगातार तीन माह राशन का उठान नही करने पर राशन कार्ड स्वतः निरस्त हो जाता है। प्रश्न यह उठता है कि इस बेसहारा वृद्ध महिला जो चलने फिरने में असमर्थ है के निरस्त कार्ड को पुनः जारी कौन कराएगा। चमेली देवी ने बताया कि मैं हर महीने कोटेदार के पास जाती थीं उनके द्वारा कहा जाता था कि अगूंठा काम नही कर रहा है, अगले माह आना,हर बार यहीं कहकर वापस कर दिया जाता था।

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