गंदगी बेकाबू, सफाई कर्मचारी बने बाबू
ताहिर खान
सफाई कर्मचारियों की लापरवाही के चलते गांवों में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। अधिकांश सफाईकर्मी बाबू बन गए हैं ऐसे में गंदगी पूरी तरह से बेकाबू होती जा रही है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में सफाईकर्मियों की नियुक्ति की गई थी। अधिकारियों की उदासीनता के चलते अब गांवों में सफाईकर्मी नहीं पहुंच रहे हैं। अनेक सफाई कर्मियों को अफसरों ने अपने दफ्तरों से अटैच कर रखा है। कई से तो बाबूगीरी का काम लिया जा रहा है। अधिकतर सफाईकर्मी प्रधान के घर या स्कूल के आसपास सफाई कर वापस लौट जाते हैं। कई सफाई कर्मचारी अधिकारियों के यहां बाबूगिरी का काम कर रहे हैं। कर्मचारियों की मनमानी के चलते गांवों में बीमारियां फैल सकती हैं। गांव के सरकारी स्कूल गंदगी से पटे हुए हैं। शाहपुर ,दहेलियां ,रामपुर, पंडरवा, जाजू पारा सहित कई गांवों में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है।
कई गांव ऐसे हैं जहां सफाईकर्मी महीने में तीन चार दिन ही आते हैं। बाकी समय घर का काम देखते हैं। इनको ऊपर से नीचे तक के लोगों का संरक्षण प्राप्त रहता है। यही कारण है कि शिकायत करने के बावजूद इनका कुछ भी नहीं होता।
कई बार गांव में सफाईकर्मी की तैनाती किए जाने की मांग विभागीय अधिकारियों से कर चुके हैं परंतु अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है। विकास खंड क्षेत्र के कुल 77ग्रामों की सफाई व्यवस्था का हाल अच्छा नहीं है। सफाई कर्मचारी ग्राम प्रधानों के क्षेत्र में ही सप्ताह में एक आध बार सफाई कर चले जाते हैं। गांव की सड़कें गंदगी से पटी पढ़ी हैं बही नालियों भी टूटी होने से सड़कों पर कीचड़ भरी पड़ी है। जरा सी बरसात में निकलना मुश्किल हो जाता है। बरसात में संक्रामक रोग फैलने का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में विकास खंड अधिकारी प्रवेंद्र ने कहा कि ग्राम पंचायतों में गंदगी की शिकायतें आई हैं यदि सफाई कर्मियों ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाया तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा।
ब्लाक प्रमुख गांव की गंदगी पर हुए सख्त
ब्लाक प्रमुख कुशी वाजपेई ने कहा कि प्रधानों व बीडीसी ने गांव में नालियां चोक व कीचड़ की समस्याओं से अवगत कराया है। रोस्टर के हिसाब से यह सफाई कर्मी नाम नहीं पहुंचते हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई कर दूसरे सफाई कर्मी की नियुक्ति की मांग आला अधिकारियों से की जाएगी।