*अतिक्रमणकारियों की मांग पर एक सप्ताह के लिए रोका गया अभियान एक माह बाद भी नहीं हुआ शुरू*
रिपोर्ट सुशील कुमार द्विवेदी
इटियाथोक गोंडा,शासन के निर्देश पर डीएम उज्जवल कुमार के द्वारा सार्वजनिक सड़कों, चक मार्गो, सरकारी जमीनों, तालाबों व पोखरों से अतिक्रमण हटाए जाने का निर्देश तहसील व पुलिस प्रशासन को दिया गया था। उक्त निर्देश के अनुपालन में जनपद के सभी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी जमीनों पर किए गए अतिक्रमण का चिन्हांकन कर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 23 अप्रैल को इटियाथोक कस्बे के विभिन्न सरकारी मार्गों व तालाबों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का अभियान शुरू हुआ। बलरामपुर रोड से कुल्लू पुरवा होते हुए रेलवे स्टेशन को जाने वाले मार्ग पर बुलडोजर चलाकर रास्ते में बनी बाउंड्री वाल व पौडी को तोड़ा गया। वही बगल स्थित उन मकानों को नहीं ढहाया गया जो अतिक्रमण की जद में आ रहे हैं। नाम मात्र का अभियान चलाकर बड़े कब्जेदारो को अभय दान दिए जाने से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। हनुमान मंदिर चौराहे से स्टेशन तक जाने वाले मार्ग व तालाब पर अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू हुआ। तालाब में बनेे शौचालय को तोड़कर जैसे ही बुलडोजर आगे बढ़ा दर्जनों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और स्वयं अतिक्रमण हटाने की बात कहकर एक सप्ताह का समय मांगा। तहसीलदार सदर द्वारा निर्धारित अवधि के अंदर अतिक्रमण हटाने की शर्त पर अभियान को रोक दिया गया। निर्धारित समय पूर्ण होने के एक माह बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। तहसील व पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक पुनः अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की जहमत नहीं उठाई गई। अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। लोगों को आवागमन के दौरान भारी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है।