*भारत नेपाल सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी रोकने व जागरूकता को लेकर बैठक हुई/*

*भारत नेपाल सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी रोकने व जागरूकता को लेकर बैठक हुई/*

 

*संवाददाता अजयगुप्ता की रिपोर्ट*

 

रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में करितास इंडिया के सहयोग से चल रही स्वरक्षा मानव तस्करी रोधी कार्यक्रम के अंतर्गत देहात संस्था व एसएसबी 42 वीं वाहिनी के संयुक्त पहल से क्रॉस बॉर्डर हितधारक बैठक एसएसबी 42 वीं वाहिनी के चेकपोस्ट रुपईडीहा के प्रांगण में इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजन किया गया। बैठक में एसएसबी, पुलिस , नेपाली पुलिस, देहात संस्था,मानव सेवा संस्थान, एंजेल नेपाल,सहित मानव तस्करी रोकने में लगी सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।बैठक का मुख्य उद्देश्य अंतर्देशीय मानव तस्करी की रोकथाम व इससे जुड़ी समस्याओ को चिन्हित कर समाधान निकलना। समन्यवक हसन फ़िरोज़ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी प्रतिभागियों को मानव तस्करी से जुड़ी समस्याओं से रूबरू कराते हुए बताया कि महिला आश्रय ग्रह न होने पर केस को बढ़ाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

 

इसपर एसएसबी के इंस्पेक्टर अरुण कुमार द्वारा सुझाव दिया गया कि रुपईडीहा स्तिथ बाल मित्र भवन को आस्थाई रूप से प्रयोग किया सकता है। सुरक्षा के लिए एसएसबी या पुलिस महिला आरक्षी तैनात किया जा सकता है। भारत नेपाल सीमा खुली होने के कारण मानव तस्कर मुख्य नाके को प्रयोग न कर के अलग अलग छोटे रास्ते का प्रयोग करते है।इस समस्या का निदान के सभी लोग मासिक दो बार गश्त करने का सुझाव दिया गया। जिसमें सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि पुलिस व एस एस बी सीमा क्षेत्रों में नियमित रूप से गश्त करें।

 

सभी प्रतिभागियों ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि हर माह दोनों देशों के हितधारको के बीच समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिस पर नेपाली संस्था पी आर सी की समन्वयक निर्मल सुबेदी ने जून माह में बैठक आयोजन करने की ज़िम्मेदारी ली।

 

बैठक के बाद सभी लोगो ने रोडवेज बस अड्डा , टैक्सी स्टैंड , रेलवे स्टेशन आदि स्थानों में गश्त कर पम्पलेट व स्टीकर के माध्यम से लोगो को जागरूक किया।

Related posts

Leave a Comment