*प्राइवेट एंबुलेंस को सरकारी अस्पताल प्रांगण में पकड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिए कार्यवाही के आदेश*
लखीमपुर लखीमपुर जिला अस्पताल के प्रांगण में एक प्राइवेट एंबुलेंस जोकि भर्ती मरीज को लेने के लिए आई थी तभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी की नजर पड़ी और वहां जांच पड़ताल करने लगे जिस में पता लगा कि वह किसी दलाल के द्वारा एंबुलेंस बुलाई गई है और किसी मरीज को ले जाने के लिए आई है इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्राइवेट एंबुलेंस को पुलिस के हवाले करते हुए उपरोक्त मरीज का पुनः इलाज हेतु भर्ती कराया प्राप्त जानकारी अनुसार इतवारी पुत्र गणेश निवासी खानीपुर थाना ईसानगर निवासी जो कि कल दिनांक दिनांक 7 मई को जिला अस्पताल में भर्ती हुए थे जिनको 8 मई को डॉक्टर के द्वारा लखनऊ रेफर किया गया और जिस पर मेडिकल स्टाफ की मिलीभगत से प्राइवेट एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सजगता के चलते प्राइवेट एंबुलेंस को रोक लिया गया तो एंबुलेंस ड्राइवर एंबुलेंस छोड़कर भाग गया तथा मेडिकल स्टाफ को फटकार लगाने के बाद मरीज इतवारी को पुनः भर्ती किया गया और अच्छे इलाज का आश्वासन दिया गया तथा एंबुलेंस और चालक को पुलिस को सौंप दिया गया तो दूसरी तरफ इतवारी की पत्नी तारा का कहना है कि लगभग समस्त दवाएं बाहर से लिखी जा रही है बाहर से दवा लाई जा रही है सरकारी सुविधा नाम मात्र के हमको यहां मिल रही है डॉक्टर ने बताया कि आपको लखनऊ ले जाना है और तुरंत वहीं पर खड़े एक व्यक्ति ने एंबुलेंस की व्यवस्था करवा दिया और कहा कि प्राइवेट एंबुलेंस में ले जाएं उनका कहना कि हम बहुत गरीब हैं और उधार पैसा लेकर के अपने पति का इलाज करवा रहे हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद इतवारी लाल का इलाज पुनः शुरू किया गया मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पूछने पर बताया गया कि एंबुलेंस और चालक दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा जो भी मेडिकल स्टाफ सनलिप्त हैं पर्दाफाश होने पर उनको भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी