हाल ए साधन सहकारी समिति हसनापुर :
बिना लोन लिये पीड़ित बन गया कर्जदार
पीड़ित का खाते से बड़ी हेरा-फेरी करने का आरोप।आईजी व सी एम से शिकायत!
लखीमपुर-खीरी(एस.पी.तिवारी/पुरूषोत्तम वर्मा) मामला जिला लखीमपुर खीरी की तहसील धौरहरा के ग्राम व पोस्ट बबुरी का है। गांव के ही निवासी त्रिभुवन लाल पुत्र कालीचरण ने स्वयं को भूमिहीन का दावा देते हुए समिति के सचिव श्याम बिहारी द्विवेदी, श्रीकांत मिश्रा, हरिनाम वर्मा साधन सहकारी समिति हसनापुर के द्वारा पीड़ित के साथ धोखाधड़ी कर पीड़ित के नाम पर 1 लाख का लोन निकालने के संबंध में मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। त्रिभुवन लाल ने मुख्यमंत्री को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि सचिव श्याम बिहारी द्विवेदी, श्रीकांत मिश्रा व हरिनाम वर्मा, साधन सहकारी समिति हसनापुर थाना ईसानगर जिला लखीमपुर खीरी ने पीड़ित के नाम पर फर्जी खतौनी बनाकर पीड़ित को धोखा देकर 1 लाख का लोन निकाल लिया जबकि पीड़ित भूमिहीन है। इस संबंध में जब पीड़ित ने जिला सहकारी बैंक शाखा रसूलपुर थाना धौराहरा के शाखा प्रबंधक से बात की तो शाखा प्रबंधक ने भी लोन की बात को छुपाए रखी। इस संबंध में पीड़ित ने इससे पूर्व जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी को 12 अप्रैल 2022 को एक प्रार्थना पत्र दिया था जिसका परिणाम यह हुआ कि पीड़ित के पीछे दबंग दलाल उल्टा ही पड़ गए और पीड़ित को आए दिन जान से मार कर नदी में डालने की धमकी देने लगे।पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि सचिव श्याम बिहारी व श्रीकांत ने पीड़ित को आरसी काट कर जेल भेज देने के साथ-साथ जान से मारने की धमकी देते हैं। पीड़ित ने मुख्यमंत्री को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि सचिव श्याम बिहारी श्रीकांत बाबू के बहनोई हैं। दोनों साले बहनोई मिलकर समिति को करोड़ों का चूना लगा चुके हैं और गांव में इससे पूर्व इस प्रकार की घटनाएं घट चुकी है लेकिन इन पर कोई भी कार्यवाही अभी तक नहीं हुई।
हालांकि दूसरे पक्ष मे समिति के सचिव श्याम बिहारी द्विवेदी से प्राप्त जानकारी के अनुसार त्रिभुवन लाल ने समिति से सत्तर हजार का ऋण लिया था जिसकी अदायगी की जब बात की गई तो त्रिभुवन लाल ने अपनी मां जगरानी पत्नी कालीचरण के नाम से फर्जी खतौनी बनवा कर 3 लाख का ऋण लेने का आवेदन किया। जिस के संबंध में सचिव ने अपने उच्च अधिकारियों को मामले को सूचित किया और कार्रवाई के लिए कोतवाली में तहरीर दी है।
जिम्मेदार कहते हैं…….
वर्जन—
जिलाधिकारी खीरी महेंद्र बहादुर सिंह उक्त प्रकरण के संबंध में बात करने के लिए फोन किया गया तो उनके सहयोगी ने बताया कि डीएम साहब अभी मीटिंग में व्यस्त हैं। इस समय बात नहीं हो पाएगी। हालांकि इससे पूर्व भी कई बार जब डीएम साहब से किसी भी मामले से संबंधित जानकारी लेने के लिए फोन किया जाता है तो डीएम साहब के सहयोगी द्वारा डीएम साहब के व्यस्त रहने की बात बताकर डीएम साहब से बात नहीं कराई गई।
त्रिभुवन लाल के पक्ष से एसपी साहब को प्रार्थना पत्र दिया गया है।जिसके क्रम मे मामला संज्ञान में आया है।संबंधित बीट के दरोगा को भिजवा कर जांच पड़ताल करवाई भी गई है।मामले से संबंधित सभी दस्तावेज मंगवाए गए हैं। पूरी जांच करने के बाद जो पक्ष दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर के विधिक कार्यवाही की जाएगी।
(डी.पी शुक्ला :कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धौरहरा)
उक्त मामले में जब पीड़ित बबुरी निवासी त्रिभुवन लाल पुत्र कालीचरन से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि मेरी नाम एक बिस्वा भी जमीन नहीं है मेरा लोन बनाकर मुझे कर्जदार बना दिया है मैने डीएम खीरी व आईजी लखनऊ व मुख्यमंत्री दरबार में न्याय पाने के लिए गुहार लगाई है।सुना है कि मुझे दबाव में लाने के लिए साधन सहकारी समिति हसनापुर के सचिव व बाबू मेरे खिलाफ कार्रवाई करने के लिए षडयंत्र रच रहे हैं।
(पीड़ित : त्रिभुवन लाल बबुरी निवासी)