माननीय अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री के आंखो मे आंसू तब आ गये जब होली मिलन के दौरान उनसे शिक्षामित्रो की पीङा के बारे मे बताया और कहा गया इन लोगो के घरो मे होली का पर्व नही मनाया गया।इतना सुनते ही उनकी आखो मे आंसू छलक आये ।उन्होने कहा मुझे इन लोगो से ज्यादा कष्ट है। उन्होने कहा इन पौधो को मैने तन्मयता सेलगाया था कि ये भी बढेगे फूलेगे फलेगे और जीवन के आखिरी दिनो मे इनको कुछ तो सुख मिलेगा ।क्योकि इन्होने अपना बहुमूल्य समय बेसिक शिक्षा को दिया है।
हमे नही मालूम था इनके साथ इतना बङा छल होगा हमारे लगे पौधो को उजाङ दिया ।
अब समय आने पर ही हम इनकी भरपाई कर पायेगे । शिक्षामित्र अब तो समझ गये होगे तीन माह मे कैसे निपटारा होता है। बीजेपी जान तो ले सकती है मगर नौकरी नही दे सकती।
जाते जाते उनका इशारा कफी था। अब निर्णय हम सब को लेना है।
शिव कुमार शुक्ल दुर्गेश चंद्र श्रीवास्तव
प्रदेश अध्यक्ष जिला अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ