जेल गेट पुलिस चौकी क्षेत्र में युवा पीढ़ी को तबाह करने में जुटे अवैध सट्टा कारोबारी

जेल गेट पुलिस चौकी क्षेत्र में युवा पीढ़ी को तबाह करने में जुटे अवैध सट्टा कारोबारी

राकेश मौर्य जिला संवाददाता सद्भावना का प्रतीक

लखीमपुर खीरी। खीरी जनपद में अवैध सट्टेबाजी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। सट्टेबाजी के इस अवैध कारोबार में कोतवाली सदर की जेल गेट पुलिस चौकी का क्षेत्र सबसे अधिक बदनाम है। आरोप है कि जेल गेट पुलिस की सांठगांठ से ही सट्टेबाजी का अवैध कारोबार चलाया जा रहा है। जिसके चलते शातिर सट्टेबाज धड़ल्ले से सट्टेबाजी का अवैध कारोबार चला युवा पीढ़ी को तबाह करने में जुटे हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक कोतवाली सदर की जेल गेट पुलिस चौकी क्षेत्र के हिदायतनगर, नौरंगाबाद व प्यारेपुर मोहल्लों समेत कई जगह अवैध सट्टेबाजी का काला कारोबार धडल्ले से हो रहा है। सूत्रों की मानें तो शहर के इन मोहल्लो की हर गली, नुक्कड़, खोखे समेत विभिन्न स्थानों पर शातिर सट्टेबाज व उनके एजेंट सट्टा लगवाते दिख जायेंगे। वहीं कई शातिर सट्टेबाज तो मोबाइल ऐप पर ही सट्टे का अवैध कारोबार करते नजर आ जायेंगे। सबसे खास बात यह है कि सट्टेबाजी के कारोबारियों ने बहुत कम उम्र के मासूम युवकों को अपना निशाना बना रखा है। बताते है कि शातिर सट्टेबाज दिन भर में करीब पांच बार सट्टा खिलवाते है। किसी का नंबर लगे या न लगे, पर इन सट्टेबाजों को मोटा कमीशन जरुर मिल जाता है। सट्टेबाजी के इस काले धंधे में शहर के हिदायतनगर मोहल्ले के सट्टेबाज शाबान का नाम काफी चर्चित है। इसके अलावा हिदायतनगर मोहल्ले का रहने वाला राजा भी सट्टेबाजी के इस अवैध कारोबार में काफी समय से जुड़ा हुआ है। जो बेखौफ होकर शहर में सट्टेबाजी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से कर रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो सट्टेबाजी का यह अवैध कारोबार बाकायदा पुलिस की सांठगांठ से चल रहा है। सट्टेबाजी के कारोबार में मोटी कमाई होने के चलते सट्टेबाज जेल गेट पुलिस चौकी पर लगातार चढ़ावा चढ़ाते हैं। जिसकी बदौलत जेल गेट पुलिस इन सट्टेबाजों के विरुद्ध कार्रवाई करना तो दूर की बात है, इनकी तरफ नजर उठाकर देखती तक नहीं है। जेल गेट पुलिस की इसी खाऊ कमाऊ नीति के चलते एक तरफ जहां लोग अपनी गाढ़ी कमाई सट्टेबाजी में गवां रहे हैं, वहीं सट्टेबाजी में शामिल युवा पीढ़ी धीरे धीरे अपराध जगत की दल दल में और अधिक फंसतीं जा रही है। लेकिन जेल गेट पुलिस अपनी जेबों को भरने के लिए सट्टेबाजी के काले कारोबार पर अंकुश लगाने की जगह उसे बढ़ावा दे रही है।
फिलहाल खीरी जनपद के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा को स्वत: संज्ञान लेकर सट्टेबाजी के इस काले कारोबार पर पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश देने होंगे। जिससे जिले की युवा पीढ़ी इन अवैध सट्टा कारोबारियों के चंगुल से आजाद हो सके‌।

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लखीमपुर खीरी। बीती 4 दिसंबर को दैनिक सद्भभावना का प्रतीक अखबार में जेल गेट पुलिस चौकी क्षेत्र में चल रहे अवैथ सट्टे के अवैध कारोबार को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। इस खबर के प्रकाशन के बाद सट्टेबाजों ने संवाददाता पर दबाव डालने के अथक प्रयास किए। बुधवार को भी एक सट्टेबाज शाबान ने खुद फोन कर संवाददाता को ख़बर न छापने का दबाव बनाते हुए धमकाया। तब सट्टेबाजों के विरुद्ध खबर छापने वाले संवाददाता ने उसकी मानसिकता जानने के लिए सट्टेबाज से खुलकर बातचीत की। इस बातचीत में शातिर सट्टेबाज शाबान ने पत्रकार को कहा कि तुम्हारे अलावा भी एक और पत्रकार ख़बर छाप रहा है। उसे भी ख़बर छापने से रोकिये, वह जितने रुपए मांगेगा, मैं उसे दे दूंगा। इस बातचीत के थोड़ी देर बाद संवाददाता ने सट्टेबाज को फोन करके झूठ बोलते हुए कहा कि उस पत्रकार से बात हो गई है, वह पत्रकार चार हजार रूपए मांग रहा है, तब सट्टेबाज शाबान ने अपनी सहमति जताते हुए कहा कि ठीक है, उसे चार हजार रूपए दे दिये जायेंगे। तब पत्रकार ने अपनत्व दिखाते हुए सट्टेबाज शाबान को कहा कि उस पत्रकार को तो रुपए दे दोगे, लेकिन तुम मुझे हफ्ते में कितना दोगे। तब सट्टेबाज शाबान ने कहा कि आपको भी हर हफ्ते खर्चा दे दिया जाएगा। इतना कहकर सट्टेबाज शाबान ने फोन काट दिया।
शातिर सट्टेबाज शाबान के साथ हुई इस बातचीत से यह स्पष्ट हो गया है कि सट्टे के अवैध कारोबार को चलाये रखने के लिए शातिर सट्टेबाज किसी को भी मोटी रकम देकर खरीदने या डराने धमकाने से गुरेज नहीं करेंगे। इस बातचीत में यह भी स्पष्ट हो गया कि शहर समेत आसपास के इलाकों के कुछ तथाकथित पत्रकारों के इन सट्टेबाजों के साथ गहरे संबंध है। यही तथाकथित पत्रकार इन सट्टेबाजों व पुलिस के बीच एक पुल का काम करते हैं। इन्हीं तथाकथित पत्रकारों तथा क्षेत्रीय पुलिस की मेहरबानियों के चलते ही यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

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