*कर्जा मुक्ति अभियान को लेकर पहुंचे लोगों कर्जे की दल-दल में फंसे हुए लोग*
जहां एक तरफ बड़े बड़े उद्योग पति का कर्जा सरकार माफ कर रही है तो आम जनता आम आदमी को कर्ज से क्यूं मुक्ति नहीं दिला रही है सरकार, क्यूं नहीं कसा जा रहा है बैंक के ऐजेन्ट पर शिकंजा क्यूं नहीं हो रही है प्राइवेट बैंक व अन्य बैंकों पर जांच और कार्यवाही,
वही बैठे बैंक के ऐजेन्ट और बैंक में बैठें स्टाफ कस्टमर को डराकर कर ऐजेन्ट धमकी भरे काल करके हाट अटैक दिला रहे लेकिन लोगों के घर उजड़ रहे हैं कितने लोग आत्म हत्या कर रहे हैं
कितने महिला के मांग से सिन्दूर मिट रहा कितने बच्चे अनाथ हो रहे और तो और बाइक बजार फाइनेंस हज़रतगज आर्यन रेस्टोरेंट के बराबर में जबकि प्राइवेट बैंक सरकारी बैंक में लोग ब्याज दर आधार फाइनेंस और कितने प्राइवेट बैंक जो ब्याज दर से ज्यादा वसूल कर रहे हैं,
ये सरकार और कोर्ट,आर बी आई,की जानकारी में नहीं है,अगर ऐसे जानकारी शाशान प्रशासन को प्राप्त हो तो शायद लोगों राहत मिल सकती बैंकों ने पाल रक्खे हैं गुन्डे
इन्हीं सबसे लिपटने के लिए दी लोगों को राहत शाहनवाज चौधरी,जो की कर्जे में फंसे हुए लोगों को राहत और इस दलदल से निकालने में जनता की आवाज कर्ज में डूबे हुए लोगो की बात ऐजेन्ट और बैंकों की अभद्रता की बात को आगे तक पहुंचाने के लिए एक मुहिम चला रहे हैं।
देखना है अब क्या ऐक्शन ये सरकार कोर्ट आर बी आई,
गुन्डे ऐजेन्ट,और बैंकों पर अपना शिकंजा कसेगी जो मन चाहा ब्याज ले रहे हैं। दिल्ली में चलाया जा रहा है कर्जा मुक्ति अभियान लोगों ने जंतर मंतर पार्क पहुंच कर अपनी समस्या बताई