लखनऊ के गाड बने गुन्डे बलरामपुर अस्पताल के मेंन गेट के बराबर में बैठे हुए सुपर वाइजर,ने मांगा पत्रकार से प्रेस कार्ड,वहीं प्यारो जोशी जी के बारे में जानकारी करने के लिए पूछने गये थे वहीं अपना परिचय भी दिया राष्ट्र नमन दैनिक समाचार पत्र संवाददाता नबी अहमद,,,,,, अखिल भारतीय पत्रकार संगठन महा सचिव नबी अहमद,,,,,,,जोशी जी कब मिलेंगे बस वो ऊंची आवाज में बात करने लगा उसने अतीक अहमद का किस्सा सुनाने लगा के उनको गोली मारी गई।
वोभी पत्रकार ने मारी थी गोली मारी थी हमको भरोसा नहीं है किसी पर वहीं दूसरी तरफ यहा पर के गार्ड भी करते रहते हैं अपनी मनमानी, भूल गए,अपनी जिम्मेदारी नहीं डर शाशन का धूमिल कर रहे बिरजेश पाठक की गरिमा को ऐसे एजेंट और ऐसे गार्ड पर ऐक्शन लेना चाहिए ब्रजेश पाठक जी को ,,,,,,,,,