*एसडीएम व पेशकार की कार्यशैली से नाराज अधिवक्ताओं ने निकाला जुलूस, लगाए मुर्दाबाद के नारे।*
आक्रोशित अधिवक्ताओं का हुजूम अपनी तरफ आता देख एसडीएम आवास छोड़ पैदल भाग निकले एसडीएम व उनके पेशकार के स्थानांतरण तक अधिवक्ताओं ने शुरू की कलम बंद हड़ताल।
मिल्कीपुर/अयोध्या।
जनपद अयोध्या मिल्कीपुर तहसील के एसडीएम व उनके पेशकार की कार्यशैली से नाराज बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को लामबंद होकर कार्य बहिष्कार करते हुए मीटिंग की जिसके बाद जुलूस निकाला। बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के अध्यक्ष पवन शुक्ला की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने जुलूस निकाला और एसडीएम तथा तहसील प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के अध्यक्ष पवन शुक्ला ने बताया कि एसडीएम न्यायालय मिल्कीपुर से विगत 6 माह से लगभग दो सौ फाइल गायब है। एसडीएम का कोर्ट तथा उनका आवास पूरी तरह से दलालों का अड्डा बन गया है। कोर्ट का सारा काम काज एसडीएम तथा पेशकार की मिलीभगत से अब एसडीएम आवास पर ही संचालित किया जा रहा है। कोर्ट पर हमेशा ताला लगा रहता है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों एक अधिवक्ता द्वारा पेशकार से फाइल मांगी जाने पर पेशकार द्वारा अपने चपरासी पवन कुमार से अधिवक्ता से झगड़ा करवाया और चपरासी अनुसूचित जाति का होने के कारण अधिवक्ता के खिलाफ थाने में प्रार्थना पत्र भी दिलवाया जिसमें एसडीएम का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। जिसके बाद एडीएम प्रशासन अमित सिंह द्वारा अधिवक्ताओं व एसडीएम के मध्य वार्ता के दौरान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को तत्काल पटल बदलने तथा बार के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद चौरसिया के प्रस्ताव पर बसवार कला गांव में तैनात लेखपाल बृजेश सिंह को भी कानूनगो सर्किल से तत्काल हटाए जाने का एसडीएम मिल्कीपुर को निर्देश दिया था।लेकिन एसडीएम द्वारा आज तक लेखपाल का स्थानांतरण नहीं किया वही काफी जद्दोजहद के बाद पवन कुमार का पटल बदला गया। श्री शुक्ला ने बताया कि नगर पंचायत चुनाव के पहले से ही एसडीएम के पेशकार रामप्रकाश द्वारा न्यायालय की सारी फाइले, केस डायरी तथा मिसिल बंद को एसडीएम आवास पर रख लिया गया है। वकीलों द्वारा बीते बुधवार को फाइलों की मांग करने पर एसडएम आवास पर फाइल होने का हवाला देकर नहीं दिया गया। अध्यक्ष पवन कुमार शुक्ला ने आरोप लगाया कि एसडीएम आवास पर प्राइवेट कंप्यूटर रखा गया है मुकदमों का सारा काम न्यायालय की जगह आवास पर किया जाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसडीएम का आवास तथा कार्यालय दलालों का अड्डा बना हुआ है वकीलों के आरोप के बाद नाराज एसडीएम ने पेशकार के समर्थन में मुकदमों का दायरा व प्रार्थना पत्र लेना बंद कर दिया जिससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को बार की आपात बैठक बुलाई तथा सारे कामकाज बंद करते हुए एसडीएम व उनके पेशकार रामप्रकाश के स्थानांतरण तक कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया तथा अधिवक्ताओं का हुजूम तहसील परिसर में स्थित सभी कार्यालयों के सामने एसडीएम मिल्कीपुर व तहसील प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए एसडीएम आवास की ओर बढ़ा। अधिवक्ताओं का हुजूम अपने आवाज की तरफ आता देख आवास में मौजूद एसडीएम अमित जायसवाल आवास से पैदल ही निकलकर भाग खड़े हुए हालांकि अधिवक्ताओं ने उनके स्थानांतरण तक स्टांप विक्रेता तथा टाइपिस्ट सहित सभी लोगों ने अधिवक्ताओं के समर्थन में कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
इस मौके पर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष खुशीराम पांडे, अशोक कुमार श्रीवास्तव, शंभू नाथ तिवारी, शिवपूजन पांडे, अरुणेश त्रिपाठी, गंगा दुबे, अमरजीत सिंह, बृजेश पांडे, दिनेश उपाध्याय, अखिलेश त्रिपाठी, दयानंद पांडे, राजेंद्र चौरसिया, संदीप शुक्ला, अभय शंकर द्विवेदी, सुनील शुक्ला, सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता व वादकारी मौजूद रहे।