*हाथरस:- सिकंदराराऊ में फ्लोर मिल की आड़ में चावल माफिया जव्वार पुत्र अब्दुल्ला बेखौफ करता है चावल की कालाबाजारी*
*अब्दुला रात्रि के समय अवैध चावल ट्रक मे भर कर दिल्ली लेकर जाता है लेकिन प्रशासनिक अधिकारी क्यों नहीं लेते संज्ञान*
*सूत्रों से अब्दुल्ला अपने साथ कई लड़को को गुंडा गर्दी के दम पर रात्रि मे ट्रक पास करता है*
जनपदहाथरस में अवैध चावल कारोबार माफियाओं पर कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए,हाथरस के सिकंदराराऊ का जब्बार,अब्दुल्ला चावल माफिया सबसे दबंग चावल माफिया है,जो कि क्षेत्रीय प्रशासन की मिलीभगत से फल-फूल रहा है प्रशासनिक अधिकारियों की ऑफिस की चंद् दूरियों पर चल रहा हैअवैध चावल कारोबार
आपको बता दे कि जनपद हाथरस में पुलिस और प्रशासन के नुमाइंदों की मिलीभगत के चलते जनपद में चोरी छिपे राशन के चावल का कारोबार बेधड़क जारी है गरीबों को मिलने वाला यह चावल ग्रामीण इलाकों मे से चोरी छिपे विक्कीयों द्वारा ख़रीदा जा रहा है। सिकंदराराऊ अवैध चावल का सिकंदर बना बेठा जव्वार का पुत्र अब्दुल्ला चोरी छिपे बिना मंडी शुल्क, जी एस टी टैक्स अदा किए कुंटलों चावल दिल्ली व नेपाल जाकर बेच रहे हैं। जिससे सरकार को लाखों रुपये , आपूर्ति विभाग को चूना लग रहा है हाथरस जिले के बाजारों मे कुंटलों चावल चोरी छिपे बाहर बेचा जा रहा है। छोटे चावल माफियाओ जैसे संजू चक्की बाला हाथरस ओर देवकी चावल माफिया भी जव्वार के पुत्र अब्दुला को मेक्स द्वारा रात्रि मे चावल भेजा जाता है जिसके बाद सिकंदर बना वेठा अब्दुल्ला चावल माफिया राशन का चावल खरीद कर अपने गोदामों में भरता है और फिर रात के अंधेरे में ट्रकों में लोडकर नेपाल म.प्र. दिल्ली जैसी बड़ी मंडी भेज देता हैं। पुलिस और प्रशासन के नुमाइंदे सब कुछ देखते हुए भी आंखें बंद किए हैं। कुछ व्यापारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कोटेदारों से सीधा संपर्क रहता है। बताया कि उठान के बाद कुछ कोटेदार राशन का चावल सीधा माफियाओं के यहां चला जाता है। बताया जाता है कि प्रतिदिन दर्जनों विक्कीयों से गावों मे चावल खरीद कर वाहनों में राशन के चावल को बाहर भेजा जाता है। जिसका न कोई मंडी शुल्क होता है और न ही रसीद होती मड़ीयों मे सेटिंग होती है और मंडी फर्जी बिल बने होते हैं अब्दुल्ला का गौदाम बदलता रहता है ओर अब्दुल्ला पर अवैध चावल के अलीगढ खैर बुलंदशहर जैसे कई थानो मे मुकदमे दर्ज है लेकिन सिकंदराराऊ मे थाने की दुरी ठीक 300 मीटर व एस डी एम का दफ़्तर 400 मीटर है लेकिन किसी भी अधिकारी द्वारा कोई छापे मारी नहीं की
देखना यह होगा की जिले के बड़े अधिकारियो को कानो कान खबर नहीं है ऐसे सिकंदर बने बैठे चावल माफिया पर कब तक कार्यवाही प्रशासन द्वारा अमल मे लाई जाएगी
*जनपद हाथरस से अर्जुन सिंह ब्यूरो रिपोर्ट*