सोनभद्र । पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) के नये कार्यकरणी से सिविल सोशायटी के संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण पर डेमोक्रेटीक प्रोटेस्ट की काफी सम्भावनाएं है उक्त बातें पीयूसीएल के प्रदेश संगठन सचिव विकाश शाक्य ने जिले की इकाई का पुर्नगठन करने के बाद कही।
श्री शाक्य ने कहा कि सोनभद्र जनपद आर्थिक अपराध का केन्द्र बनचुका है यहाँ जल जंगल और जमीनों पर बड़े उद्योगपतियों का कब्जा हो चुका है नये-नये कारखानों के स्थापना के लिए यहाँ के आदिवासियों और वनवासियों को उजाड़ा जा रहा है प्रतिरोध करने वालों पर भारी सरकारी दमन का खतरा बना हुआ है ऐसी स्थिति मे पीयूसीएल के नयी कार्यकारणी के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। जिले के नई कमेटी मे संतोष पटेल एडवोकेट को अध्यक्ष एवं मुकेश तरंग को सचिव बनाते हुए सिविल सोशायटी की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
शाक्य ने बताया कि इंदिरा गाँधी के आपातकाल के दौरान जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित पीयूसीएल लगातार सिविल सोशायटी के संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिए लोकतांत्रिक आवाजें उठाती रही. हैं और आगे भी नई कार्यकारणी भी इस संगठन के संविधान के अनुरूप कार्य करेगी। जिले के नई कमेटी के चयन मे संतोष पटेल एडवोकेट, मुकेश पटेल ‘तरंग’,इंद्र कुमार सिंह एडवोकेट, डॉ0विमलेश पटेल,अप्रेज अहमद,मु0 इद्रीश, अशोक कुमार सिंह व विकाश पटेल आदि उपस्थित रहे।