सपा के नेता सचेतक मनोज पांडेय का बयान
परसो जो कानपुर की घटना घटी जो दृश्य सामने आया है उसने सम्पूर्ण मानव जगत को हिला दिया है
दुनिया का सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश मे मनमाने ढंग से गरीब दीक्षित परिवार जिसने कच्चा मकाम बनाया था उसका कुछ हिस्सा ग्राम समाज मे आता है
पीड़ित परिवार जिलाधिकारी से मिलने गया था मगर डीएम ने मुलाकात नहीं किया
पीड़ित परिवार ने अधिकारियों से मिलने का प्रयास किया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई
पीड़ित परिवार का बयान है आग अधिकारियों ने लगाई है
तमाशा बने मानवता के दुश्मन
गरीब परिवार धधग धधग कर जला दिया गया
क्या कोई ये सुविकार कर सकता है कि जहाँ दो लोगों की मौत हुई है वहाँ डीएम की ज़िम्मेदारी नहीं थी
स्वतंत्र भारत मे ये महसूस हो रहा कि आज़ाद भारत मे ये बुलडोज़र गरीबों के लिए काल बन गया है
हमारी बहन जो महिला कल्याण मंत्री है उसने ये बयान दिया कि हम शर्मिंदा है जो इस तरह की घटना हुई
सपा का एक प्रतिनिधिमंडल परिवार से मिलने जा रहा था घटना की जानकारी के लिए रायबरेली और लखनऊ में जगह जगह पुलिस लगा दी गई
हमें रोक लिया गया हमने हाई वे के किनारे 5:30 घण्टे धरना दिया
क्या लोकतंत्र में हम किसी के दुःख में शामिल नहीं हो सकते हैं
अच्छा होता कि मार पीट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिए
कन्नौज की घटना जहाँ शाक्य परिवार में हत्या हुई थी
गाज़ियाबाद में ऑटो चालक को इतना थाने में मारा गया कि उसकी मौत हो गई
जिस पुलिस को ज़िम्मेदारी दी गई थी हिफाज़त की वही पुलिस मार रही है लोगों को
कानपुर की कार्यवाई में केवल लेखपाल और बुलडोज़र संचालक ज़िम्मेदार नहीं हो सकता है
पुलिस हिरासत में आज बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं
सरकार जब संवेदना देने जाए तो 5-5 करोड़ और दो सरकारी नौकरी के कागज़ लेकर जाए